नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हो रहे महाकुंभ 2025 के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इस धार्मिक समागम में 45 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है, इसलिए सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष उपाय किए गए हैं। इस बार सुरक्षा में आधुनिक तकनीक जैसे अंडरवाटर ड्रोन और AI कैमरों का भी इस्तेमाल किया जाएगा। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…
सुरक्षा व्यवस्था के प्रमुख उपाय
चेकप्वाइंट्स और सर्कुलर सिक्योरिटी सिस्टम
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के मुताबिक, महाकुंभ के दौरान सुरक्षा के लिए 7 मुख्य रास्तों पर 102 चेकप्वाइंट्स लगाए गए हैं। इन चेकप्वाइंट्स पर वाहनों और व्यक्तियों की सख्त जांच की जाएगी। यह व्यवस्था लोगों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई है।
पुलिस की तैनाती
महाकुंभ की सुरक्षा के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने 1,000 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया है। इसके अलावा, 71 निरीक्षक, 234 उपनिरीक्षक, 645 कांस्टेबल और 113 होमगार्ड/पीआरडी जवानों को सक्रिय रूप से इस कार्यक्रम की निगरानी करने के लिए तैनात किया गया है।
निगरानी और सर्विलांस
सुरक्षा के लिए पांच वज्र वाहन, 10 ड्रोन और चार तोड़फोड़ विरोधी टीमें चौबीसों घंटे इलाके में गश्त करेंगी। इसके साथ ही, पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां सतर्क रहेंगी।
मल्टी-लेयर सिक्योरिटी सिस्टम
प्रयागराज के चारों ओर मंदिरों, अखाड़ों और प्रमुख प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए एक अभेद्य सुरक्षा चक्रव्यूह (मल्टी-लेयर सिक्योरिटी सिस्टम) लागू किया गया है। इससे संवेदनशील इलाकों की सुरक्षा में और सुधार होगा।
मॉक ड्रिल और आतंकवाद निरोधक कार्रवाई
सुरक्षा उपायों को पुख्ता करने के लिए यूपी पुलिस के साथ राज्य आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस), राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) और प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) ने भी मॉक ड्रिल की है। यह कदम सुरक्षा के स्तर को और मजबूत बनाने के लिए उठाया गया है।
तकनीकी सुरक्षा
अंडरवाटर ड्रोन और AI कैमरे
महाकुंभ के दौरान सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए पुलिस पानी के अंदर ड्रोन और एआई कैमरों का इस्तेमाल कर रही है। कुंभ क्षेत्र में कुल 2,700 एआई कैमरे और पानी के अंदर 113 ड्रोन कैमरे लगाए गए हैं, जो हर गतिविधि पर निगरानी रखेंगे।
7 चक्रीय घेरा और सुरक्षा मोर्चे
महाकुंभ के आयोजन स्थल पर सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सात चक्रीय घेरा बनाया गया है। इसके तहत, शहर के सभी इंट्री प्वाइंट्स पर मोर्चे बनाए गए हैं और अन्य संवेदनशील इलाकों पर भी सुरक्षा तैनात की गई है।
महाकुंभ के दौरान विशेष दिन और अनुष्ठान
समग्र तैयारियां
इस महाकुंभ के आयोजन में लाखों श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम पर एकत्र होंगे। इस धार्मिक आयोजन की सफलता के लिए सुरक्षा के सभी उपायों को ध्यान में रखते हुए तैयारियां की गई हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस, स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां मिलकर इस ऐतिहासिक धार्मिक समागम को शांति और सुरक्षा के साथ सफल बनाने की पूरी कोशिश करेंगे।