बोटाद। गुजरात के बोटाद जिले में रेलवे ट्रैक पर चार फीट लंबा लोहे का एंगल रखकर ट्रेन को बेपटरी करने की कोशिश की गई। हालांकि, यह हादसा होने से पहले ही टाल दिया गया, अब पूरे मामले की जांच की जा रही है। देश में पिछले कुछ दिनों से कई जगहों पर ट्रेन को डिरेल करने की साजिश का खुलासा हो रहा है। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और अब गुजरात में ट्रेन को डिरेल करने का प्रयास किया गया है। बुधवार को तड़के सुबह गुजरात के बोटाद जिले कुंडली गांव के पास में लोहे का एंगल रखकर ट्रेन को डिरेल करने की कोशिश की गई। इस ट्रैक पर ओखा-भावनगर पैसेंजर ट्रेन गुजर रही थी, जो लोहे के एंगल से टकराकर रूक गई और बड़ा हादसा टल गया।
लोहे के एंगल से टकराने के बाद ट्रेन का इंजन बंद हो गया। करीब 20 मिनट तक ट्रैक पर खड़ी रहने के बाद ट्रेन को दूसरे इंजन के जरिए गंतव्य के लिए रवाना किया गया। इसके बाद ट्रैक का पूरा स्लैब बदला गया। पूरी घटना बुधवार तड़के तीन बजे की बताई जा रही है। घटना के बाद रेलवे के अधिकारी, आरपीएफ और पुलिस घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी। डॉग स्क्वायड और ड्रोन कैमरों की मदद से पूरे मामले की जांच की जा रही है।
बता दें कि हाल ही में ऐसी ही ट्रेन को डिरेल करने के कोशिश की घटनाएं देश के अन्य हिस्सों से भी सामने आ चुकी है। इससे पहले उत्तर प्रदेश के कानपुर में प्रेमपुर रेलवे स्टेशन के ट्रैक पर सिलेंडर मिलने की घटना सामने आई थी। 22 सितंबर को स्टेशन के समीप ट्रैक पर गैस सिलेंडर मिला था। मालगाड़ी के लोको पायलट ने सिलेंडर देखकर इसकी सूचना रेलवे को दी थी।
मध्य प्रदेश के बुरहानपुर के सागफाटा रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर डेटोनेटर रखने का मामला सामने आया था। वहीं, 18 अगस्त को मध्य प्रदेश के जबलपुर में गढ़ा के पास रेलवे ट्रैक पर लोहे की छड़ें मिली थी। हालांकि शुरुआती जांच में कहा जा रहा था कि किसी ने रेलवे की छड़ों को चुराकर ले जाने की कोशिश की थी।