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नए साल पर मां वैष्णो देवी जाने का बना रहे हैं प्रोग्राम तो जान लें ये बात, अब कटरा और मंदिर के पास बैन हुई 2 चीजें

Mata Vaishno Devi : जम्मू कश्मीर। माता वैष्णो देवी के भक्तों के लिए एक श्राइन बोर्ड ने एक आदेश जारी किया है। जिससे अब कटरा और मंदिर के आस- पास मांसाहारी चीजें और शराब नहीं बिकेंगी। यह खबर भक्तों के साथ-साथ वहां के दुकानदारों और रहने वाले लोगों के लिए बेहद जरूरी है। आपको बता दें कि यह आदेश जम्मू- कश्मीर में कटरा के सब डिविजनल मजिस्ट्रेट पीयूष धोत्रा ने निषेधाज्ञा से आदेश जारी किया है।

धारा 163 के तहत प्रतिबंध लगा है

दरअसल, यह आदेश भारतीय नागरिक सुरक्षा की धारा 163 के तहत यह प्रतिबंध लगाया गया है। वहीं इस आदेश का पालन अगले दो महीने तक किया जाएगा। अगर कोई भी इस नियम का उल्लंधन करता है तो उसके खिलाफ शख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही पुलिस विभाग को भी इस आदेश से अवगत करा दिया गया है। जम्मू कश्मीर के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय की ओर से प्रेस नोट जारी करके आदेश लागू कर दिया गया है।


नियम का उद्देश्य पवित्रता को बनाए रखना

इस आदेश का उद्देश्य मंदिर, पवित्र गुफा और उसके आस-पास के इलाकों की पवित्रता को बनाए रखना है, ताकि आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के भावना को किसी भी तरह से कोई आहत ना पहुंचे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सभी प्रकार के मांसाहारी भोजन, जिसमें चिकन, अंडे, मांस एवं अन्य पशुओं से जुड़ी चीजें शामिल हैं, सभी पर प्रतिबंध रहेगा। मिली जानकारी के अनुसार यह प्रतिबंध जिनमें कटरा से पवित्र गुफा के रास्ते और आस-पास की सड़कों के 2 किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांव भी शामिल हैं। प्रतिबंध विशेष रूप से अरली, हंसाली और मटयाल जैसे क्षेत्रों में लागू किया गया है।

मोदी सरकार ने रोपवे प्रोजेक्ट को दी मंजूरी 

वहीं कुछ दिन पहले मोदी सरकार ने वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं के लिए एक नई सुविधा देने के लिए एक रोपवे प्रोजेक्ट लाया है। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद माता वैष्णव देवी भवन तक पहुंचने के लिए मात्र एक घंटे का समय लगेगा। जबकि अगर वर्तमान समय को देखें तो 7 घंटे का समय लगता है। इस रोपवे प्रोजेक्ट को मोदी सरकार ने मंजूरी दे दिया है। यह रोपवे प्रोजेक्ट जम्मू कश्मीर के कटरा शहर से बनेगा। हालाकि, जैसे ही यह प्रोजेक्ट बनकर तैयार हो जाएगा वैसे ही मां के भक्तों को इसका लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। जिसके बाद भक्तों को मंदिर तक जाने के लिए घोड़ा और हेलीकॉप्टर किराये पर नहीं लेना पड़ेगा। वहीं अगर हम बात इस प्रोजेक्ट की लागत कि बात करें तो यह प्रोजेक्ट 300 करोड़ का है ।

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