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PM Modi ने Ahmedabad से 10 अलग-अलग रूटों के लिए वंदे भारत ट्रेनों को दिखाई हरी झंडी

अहमदाबाद : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेआज मंगलवार को गुजरात के अहमदाबाद से देशभर के लिए 10 हाई-स्पीड वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। रेलवे के बुनियादी ढांचे, कनेक्टिविटी और पेट्रोकेमिकल्स क्षेत्र को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने के लिए, प्रधान मंत्री ने अहमदाबाद में डीएफसी के ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर का दौरा किया और 1,06,000 करोड़ रुपए से अधिक की कई रेलवे और पेट्रोकेमिकल्स परियोजनाओं की आधारशिला रखी और समर्पित किया।

प्रधानमंत्री ने रेलवे कार्यशालाओं, लोको शेडों, पिट लाइनों/कोचिंग डिपो फलटन-बारामती नई लाइन, इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन सिस्टम उन्नयन कार्य की आधारशिला रखी और पूर्वी डीएफसी और न्यू खुर्जा से साहनेवाल खंड के बीच समर्पित फ्रेट कॉरिडोर के दो नए खंड,पश्चिमी डीएफसी का मकरपुरा से न्यू घोलवड खंड, पश्चिमी डीएफसी संचालन नियंत्रण केंद्र, अहमदाबाद राष्ट्र को समर्पित किए। पीएम मोदी ने अहमदाबाद-मुंबई सेंट्रल, सिकंदराबाद-विशाखापत्तनम, मैसूरु-डॉ एमजीआर सेंट्रल, पटना-लखनऊ, न्यू जलपाईगुड़ी-पटना, पुरी-विशाखापत्तनम, लखनऊ-देहरादून, कलबुर्गी-सर एम विश्वेश्वरैया टर्मिनल बेंगलुरु, रांची-वाराणसी, खजुराहो- दिल्ली के बीच 10 नई वंदे भारत ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई। प्रधानमंत्री ने चार वंदे भारत ट्रेनों के विस्तार को हरी झंडी दिखाई।

अहमदाबाद-जामनगर वंदे भारत का विस्तार द्वारका तक किया जा रहा है। अजमेर- दिल्ली सराय रोहिल्ला वंदे भारत का विस्तार चंडीगढ़ तक किया जा रहा है। गोरखपुर-लखनऊ वंदे भारत को प्रयागराज और तिरुवनंतपुरम- कासरगोड वंदे भारत तक बढ़ाया जा रहा है और मंगलुरु तक बढ़ाया जा रहा है और आसनसोल और हटिया और तिरूपति और कोल्लम स्टेशनों के बीच दो नई यात्री ट्रेनें चलाई जा रही हैं। उन्होंने विभिन्न स्थानों – न्यू खुर्जा जंक्शन, साहनेवाल, न्यू रेवाड़ी, न्यू किशनगढ़, न्यू घोलवड और न्यू मकरपुरा से डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर मालगाड़ियों को भी हरी झंडी दिखाई।

उन्होंने रेलवे स्टेशनों पर 50 प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र राष्ट्र को समर्पित किये। ये जन औषधि केंद्र लोगों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाएं प्रदान करेंगे। प्रधानमंत्री ने 51 गति शक्ति मल्टी-मॉडल कार्गो टर्मिनल भी राष्ट्र को समर्पित किए। ये टर्मिनल परिवहन के विभिन्न तरीकों के बीच माल की निर्बाध आवाजाही को बढ़ावा देंगे। प्रधान मंत्री मोदी ने 80 खंडों में 1045 किलोमीटर स्वचालित सिग्नलिंग राष्ट्र को समर्पित की। इस उन्नयन से ट्रेन संचालन की सुरक्षा और दक्षता में वृद्धि होगी। प्रधानमंत्री ने 2646 स्टेशनों पर रेलवे स्टेशनों का डिजिटल नियंत्रण राष्ट्र को समर्पित किया। इससे ट्रेनों की परिचालन दक्षता और सुरक्षा में सुधार होगा।

प्रधानमंत्री ने 35 रेल कोच रेस्तरां राष्ट्र को समर्पित किये। रेल कोच रेस्तरां का लक्ष्य रेलवे के लिए गैर-किराया राजस्व उत्पन्न करने के अलावा यात्रियों और जनता की जरूरतों को पूरा करना है। प्रधानमंत्री ने देश भर में फैले 1500 से अधिक वन स्टेशन वन प्रोडक्ट स्टॉल राष्ट्र को समर्पित किये। ये स्टॉल स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देंगे और स्थानीय कारीगरों और व्यवसायों के लिए आय उत्पन्न करेंगे। प्रधानमंत्री ने 975 स्थानों पर सौर ऊर्जा संचालित स्टेशन/भवन भी राष्ट्र को समर्पित किये। यह पहल भारत के नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों में योगदान देगी और रेलवे के कार्बन पदचिह्न को कम करेगी।

उन्होंने गुजरात के दहेज में 20,600 करोड़ रुपए से अधिक की ईथेन और प्रोपेन हैंडलिंग सुविधाओं सहित पेट्रोनेट एलएनजी के पेट्रोकेमिकल्स कॉम्प्लेक्स की आधारशिला रखी। मौजूदा एलएनजी पुनर्गैसीकरण टर्मिनल के निकट पेट्रोकेमिकल्स कॉम्प्लेक्स की स्थापना से परियोजना के पूंजीगत व्यय और ओपेक्स लागत में महत्वपूर्ण बचत होगी। परियोजना के कार्यान्वयन से निष्पादन चरण के दौरान 50,000 लोगों के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार का अवसर पैदा होने की संभावना है और इसके परिचालन चरण के दौरान 20,000 से अधिक लोगों के लिए रोजगार का अवसर पैदा होगा, जिससे क्षेत्र में भारी सामाजिक-आर्थिक लाभ होगा।

प्रधानमंत्री ने दो राज्यों गुजरात और महाराष्ट्र में करीब 400 करोड़ रुपये के एकता मॉल की आधारशिला भी रखी। इस बीच एकता मॉल भारतीय हथकरघा, हस्तशिल्प, पारंपरिक उत्पादों और ओडीओपी उत्पादों की समृद्ध और विविध विरासत का जश्न मनाते हैं और उसका समर्थन करते हैं। एकता मॉल भारत की एकता और विविधता का प्रतीक होने के साथ-साथ हमारे पारंपरिक कौशल और क्षेत्रों के विकास और सशक्तिकरण के लिए उत्प्रेरक भी हैं।

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