India-Pakistan cricket rivalry: भारत-पाकिस्तान की क्रिकेट टीम के बीच जब भी मैच होता है, तो देश और दुनिया की निगाहें उसी पर टिक जाती हैं। हाल ही में चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लीग मैच में दुबई के इंटरनेशनल स्टेडियम में भारत की अच्छी बल्लेबाजी और घातक गेंदबाजी के आगे पाकिस्तान की टीम ने सरेंडर कर दिया। भारत ने पाकिस्तान को चारों खाने चित कर टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अमेरिका के जाने-माने पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन के साथ इंटरव्यू में भारत-पाक क्रिकेट के बारे में पूछे जाने पर अपने अंदाज में जवाब दिया।
पीएम मोदी ने कहा कि खेलों का काम ऊर्जा भरना है। खेल की भावना विभिन्न देशों के लोगों को एक साथ लाती है। इसलिए, मैं कभी नहीं चाहूंगा कि खेलों को बदनाम किया जाए। मेरा वास्तव में मानना है कि खेल मानव विकास में एक प्रमुख भूमिका निभाते हैं। वे केवल खेल नहीं हैं, वे लोगों को गहरे स्तर पर जोड़ते हैं।
यह पूछे जाने पर कि भारत-पाकिस्तान की क्रिकेट टीमों में कौन बेहतर है और कौन नहीं, उन्होंने कहा, जब खेल में तकनीकों की बात आती है, तो मैं कोई विशेषज्ञ नहीं हूं। केवल वही लोग बता सकते हैं जो विशेषज्ञ हैं। …कभी-कभी परिणाम खुद ही बोल जाते हैं। अभी कुछ दिन पहले, भारत और पाकिस्तान ने एक मैच खेला। परिणाम से पता चलता है कि कौन सी टीम बेहतर है।
फुटबॉल भारत में काफी लोकप्रिय है लेक्स फ्रिडमैन द्वारा पूछे गए सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि यह बिल्कुल सच है कि देश के कई क्षेत्रों में फुटबॉल की संस्कृति बहुत मजबूत है। हमारी महिला फुटबॉल टीम वास्तव में अच्छा प्रदर्शन कर रही है और पुरुष टीम भी बहुत अच्छी प्रगति कर रही है। लेकिन अगर हम अतीत की बात करें, तो 1980 के दशक में, एक नाम जो हमेशा सामने आता था, वह था माराडोना। उस पीढ़ी के लिए, उन्हें एक सच्चे नायक के रूप में देखा जाता था, और अगर आप आज की पीढ़ी से पूछेंगे, तो वे तुरंत मेस्सी का नाम लेंगे।
पीएम मोदी ने एक किस्सा शेयर करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में शहडोल नाम का एक जिला है, जो पूरी तरह से आदिवासी क्षेत्र है। जहां एक बड़ा आदिवासी समुदाय रहता है। एक बार जब वह उनसे मिलने गए तो वहां लगभग 80 से 100 युवा लड़के, बच्चे और यहां तक कि कुछ बड़े भी स्पोर्ट्स यूनिफॉर्म पहने एक साथ खड़े थे। जब उन्होंने उनसे पूछा कि वे कहां से हैं तो जवाब मिला, हम मिनी ब्राजील से हैं।
हैरान होकर जब पीएम मोदी ने पूछा कि मिनी ब्राजील से क्या मतलब है, तो उन्होंने कहा कि लोग उनके गांव को इसी नाम से पुकारते हैं। पूछने पर लोगों ने बताया कि उनके गांव में चार पीढ़ियों से फ़ुटबॉल खेला जाता रहा है। यहां से लगभग 80 राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी निकले हैं। पूरा गांव फ़ुटबॉल के लिए समर्पित है। ग्रामीणों ने बताया कि जब वे अपना वार्षिक फ़ुटबॉल मैच आयोजित करते हैं, तो आस-पास के गांवों से लगभग 20-25 हजार दर्शक इसे देखने आते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, मैं इन दिनों भारत में फुटबॉल के प्रति बढ़ते क्रेज को सकारात्मक रूप में देखता हूं, क्योंकि यह न केवल आपके जुनून को बढ़ाता है, बल्कि टीम भावना के निर्माण में योगदान देता है।