नेशनल डेस्क: मेघालय की राजधानी शिलांग में एक चौंकाने वाले हत्याकांड में जिला सत्र न्यायालय ने शनिवार (21 जून) को मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी और उसके कथित प्रेमी राज कुशवाह को 13 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इस मामले ने पूरे देश का ध्यान खींचा है क्योंकि यह हत्या हनीमून ट्रिप के दौरान एक पूर्व नियोजित साजिश का हिस्सा बताई जा रही है। मामले की सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष के वकील तुषार चंदा ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों की और पूछताछ के लिए हिरासत नहीं मांगी। जांच अधिकारी ने सीधे न्यायिक हिरासत की मांग की, जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया।
राजा के परिवार का आरोप, सोनम ने पुलिस को गुमराह किया
मृतक राजा रघुवंशी के भाई सचिन रघुवंशी ने कहा कि सोनम ने शुरुआती पुलिस पूछताछ में झूठ बोला और सच छिपाया। उन्होंने मांग की कि सोनम को फिर से पुलिस रिमांड में लेकर गहराई से पूछताछ की जाए और पूरा साजिशकर्ता नेटवर्क सामने लाया जाए। सचिन ने यह भी कहा कि सभी आरोपियों को इंदौर लाकर पूछताछ की जानी चाहिए।
सोनम के परिवार और दोस्तों की जांच की मांग
सचिन ने आरोप लगाया कि सोनम ने अकेले यह साजिश नहीं रची हो सकती। उन्होंने सोनम के परिवार और नज़दीकी लोगों का नार्को टेस्ट कराने की मांग करते हुए कहा कि, “इतनी बड़ी योजना अकेले नहीं बन सकती। उसके पूरे नेटवर्क की जांच होनी चाहिए।”
सोनम ने मेरे बेटे को क्यों मरवाया?
राजा की माँ उमा रघुवंशी, अपने बेटे की मौत से दुखी होकर, पत्रकारों से बात करते हुए रो पड़ीं। उन्होंने कहा, “सोनम ने मेरे बेटे को क्यों मरवाया? जब तक मैं उसके मुंह से सच नहीं सुनूंगी, मुझे चैन नहीं मिलेगा।” उन्होंने जांचकर्ताओं से अपील की कि पूरे मामले की सच्चाई सामने लाई जाए।
जानिए पूरा मामला
बता दें कि, राजा रघुवंशी, इंदौर के एक ट्रांसपोर्ट कारोबारी थे। उन्होंने 11 मई को सोनम से शादी की और 20 मई को हनीमून के लिए मेघालय गए। 23 मई को राजा लापता हो गए और 2 जून को उनका शव चेरापूंजी के पास एक गहरी खाई में मिला।राजा की हत्या के बाद सोनम ने 8 जून को यूपी के गाजीपुर में सरेंडर किया। पुलिस ने सोनम के कथित प्रेमी राज कुशवाह और उसके साथी विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी को मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया। गुरुवार को सोनम और राज कुशवाह की पुलिस रिमांड दो दिन और बढ़ाई गई थी, जबकि बाकी तीन आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
एसआईटी कर रही है जांच
इस गंभीर केस की तह तक जाने के लिए मेघालय पुलिस ने एक विशेष जांच टीम (SIT) बनाई है। यह टीम यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हत्या की योजना किसने और कैसे बनाई, और इसके पीछे सोनम के अलावा कौन-कौन शामिल था।