Ration cards Mahakumbh ; नेशनल डेस्क : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ मेले का आगाज शुरू हो चुका है। इस पवित्र संगम नगरी में देश ही नहीं विदेश से भी लाखों-करोड़ो के संख्या में श्रद्धालु आ रहे है, और गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र जल में स्नान कर रहे है। इस बार महाकुंभ मेले को लेकर खास तैयारियां की गई हैं, ताकि श्रद्धालुओं, अखाड़ों और कल्पवासियों को हर प्रकार की सुविधा मिल सके। खासतौर पर, सरकार ने सस्ते राशन की सुविधा प्रदान की है। आइए जानते हैं इस सुविधा के बारे में।
आपको बता दें कि महाकुंभ में श्रद्धालुओं, अखाड़ों और कल्पवासियों के लिए सस्ते अनाज की सुविधा दी जा रही है। इसके तहत सरकार 5 रुपये प्रति किलो आटा, 6 रुपये प्रति किलो चावल और 18 रुपये प्रति किलो चीनी उपलब्ध करवा रही है। यह राशन केवल उन लोगों को मिलेगा जिनके पास सफेद राशन कार्ड होगा।
सफेद राशन कार्ड कैसे प्राप्त करें?
महाकुंभ में सस्ते राशन का लाभ उठाने के लिए सफेद राशन कार्ड बनवाना होगा। इसके लिए मेला क्षेत्र में 138 विशेष दुकानें खोली गई हैं, जहां पर राशन कार्ड बनवाए जा सकते हैं। दुकानों पर 5 रुपये का शुल्क जमा करके आप आसानी से राशन कार्ड प्राप्त कर सकते हैं। इस कार्ड के माध्यम से सस्ते अनाज का वितरण यूनिट के हिसाब से किया जाएगा।
1,20,000 राशन कार्ड बनाए जाएंगे
सरकार ने महाकुंभ के दौरान कुल 1,20,000 सफेद राशन कार्ड बनाने का लक्ष्य तय किया है। यह कार्ड खासतौर पर श्रद्धालुओं, अखाड़ों और कल्पवासियों के लिए होंगे। इन कार्ड के जरिए वे सस्ते दरों पर राशन प्राप्त कर सकेंगे। महाकुंभ में राशन के अलावा गैस कनेक्शन की भी व्यवस्था की गई है। श्रद्धालुओं और अखाड़ों को 5 किलो, 14.2 किलो और 19 किलो के सिलेंडर रिफिल कराने की सुविधा दी जा रही है।
राशन कार्ड के लिए आवश्यक दस्तावेज
महाकुंभ में श्रद्धालुओं, अखाड़ों और कल्पवासियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए 800 विशेष परमिट भी जारी किए गए हैं, ताकि वे बिना किसी परेशानी के जरूरी सामान प्राप्त कर सकें। राशन कार्ड बनवाने के लिए आपको मेला क्षेत्र की दुकानों पर जाना होगा और वहां मांगे गए दस्तावेज़ दिखाने होंगे। एक बार जब आप अपना राशन कार्ड बनवा लेंगे, तो आप सस्ते राशन का लाभ उठा सकेंगे। महाकुंभ में यह सस्ती राशन और गैस की सुविधा श्रद्धालुओं और मेला क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे उनकी सुविधाएं बढ़ेंगी और वे बिना किसी परेशानी के पूजा-पाठ और अन्य गतिविधियों में शामिल हो सकेंगे।