Bomb Blast in Afghanistan : नई दिल्ली । अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बुधवार दोपहर एक भीषण धमाका हुआ। यह धमाका काबुल में शरणार्थी मंत्रालय के परिसर में हुआ। इस बड़े धमाके में तालिबान के शरणार्थी मंत्री खलील रहमान हक्कानी और उनके तीन बॉडीगार्ड्स समेत 12 लोगों की मौत हो गई है। यह धमाका उस समय हुआ जब हक्कानी खोस्त से आए लोगों के एस समूह की मेजबानी कर रहे थे। अचानक हुए इस विस्फोट ने पूरे परिसर में अफरातफरी का माहौल बना दिया।
आत्मघाती हमले की आशंका
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस धमाके को आत्मघाती हमला माना जा रहा है। हमले में आत्मघाती हमलावर की भी मौत हो गई। हालांकि, इस घटना के पीछे किस संगठन का हाथ है, यह फिलहाल स्पष्ट नहीं हो सका है। धमाके में कई अन्य लोग घायल हुए हैं।
तालिबान के लिए बड़ा झटका
आपको बता दें कि खलील रहमान हक्कानी तालिबान के शीर्ष नेतृत्व का हिस्सा थे। उनकी मौत को तालिबान के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। उनके प्रभावशाली पद और संगठन में उनकी भूमिका को देखते हुए यह हमला तालिबान के नेतृत्व को कमजोर करने की कोशिश मानी जा रही है।
तालिबान सरकार की प्रतिक्रिया
वहीं तालिबान सरकार ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह हमला उनके नेतृत्व को अस्थिर करने का एक प्रयास है। हालांकि, तालिबान ने अभी तक किसी खास समूह या संगठन का नाम नहीं लिया है।
सुरक्षा के लिए उठाए जाएंगे कदम
घटना के बाद तालिबान ने सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की बात कही है। उनका कहना है कि वे ऐसे हमलों को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाएंगे।
काबुल का यह धमाका तालिबान के लिए न सिर्फ एक बड़ा झटका है, बल्कि अफगानिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है। इस हमले के पीछे कौन जिम्मेदार है, इसका खुलासा होना बाकी है।