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शारदा सिन्हा, ओसामु सुजुकी सहित 7 को पद्म विभूषण, 19 हस्तियां पद्म भूषण, 113 पद्म श्री से होंगी सम्मानित

नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर गृह मंत्रालय ने इस साल के पद्म पुरस्कारों की घोषणा कर दी। बिहार की जानी मानी लोक गायिका शारदा सिन्हा और जापान के दिवंगत व्यवसायी ओसामु सुजुकी समेत

नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर गृह मंत्रालय ने इस साल के पद्म पुरस्कारों की घोषणा कर दी। बिहार की जानी मानी लोक गायिका शारदा सिन्हा और जापान के दिवंगत व्यवसायी ओसामु सुजुकी समेत तीन को मरणोपरांत पद्म विभूषण दिया जाएगा। देश के पहले सिख सीजेआई जगदीश सिंह खेहर भी पद्म विभूषण पाने वाली सात शख्सियतों में शामिल हैं।

इसके अलावा 19 शख्सियतों को (चार मरणोपरांत) पद्म भूषण और 113 लोगों को (छह मरणोपरांत) पद्म श्री पुरस्कार देने की घोषणा की गई है।

पद्म भूषण पाने वालों में प्रसार भारती के पूर्व चेयरमैन ए. सूर्य प्रकाश, प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार रहे विवेक देबरॉय (मरणोपरांत), जाने माने गायक पंकज उदास (मरणोपरांत), फिल्म निर्माता शेखर कपूर, बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (मरणोपरांत) प्रमुख नाम हैं।

साथ ही बिहार के जाने माने लोक सेवक और पूर्व आईपीएस अधिकारी किशोर कुणाल (मरणोपरांत), जानेमाने व्यवसाई पवन गोयनका, क्रिकेटर आर. आश्विन सहित 113 शख्सियतों को पद्म श्री सम्मान से नवाजा गया है।

देश के जानेमाने गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. डी. नागेश्वर रेड्डी को मेडिसिन के क्षेत्र में पद्म विभूषण देने की घोषणा की गई है। उनके पास लगभग 50 साल का अनुभव है। उन्होंने कुरनूल मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ से जनरल मेडिसिन में एमडी की पढ़ाई की। इसके बाद, उन्होंने पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ से गैस्ट्रोएंटरोलॉजी में डीएम की डिग्री हासिल की।

देश के पहले सिख सीजेआई न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) जगदीश सिंह खेहर को सार्वजनिक मामलों (पब्लिक अफेयर्स) के क्षेत्र में पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा। 4 जनवरी 2017 को जस्टिस जगदीश सिंह खेहर ने सुप्रीम कोर्ट के पहले सिख मुख्य न्यायाधीश के रूप में इतिहास रचा। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में छह साल बिताए, जिसमें आठ महीने तक मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य किया। अपने छह साल के कार्यकाल के दौरान, न्यायमूर्ति खेहर ने कुल 176 निर्णय दिए। साल 2014 में उन्होंने 34 फैसले सुनाए और 63 पीठों का हिस्सा बने।

जानी मानी कथक नृत्यांगना और कोरियोग्राफर कुमुदिनी रजनीकांत लाखिया को कला (डांस) के क्षेत्र में पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने 1967 में भारतीय नृत्य और संगीत के क्षेत्र में कदम्ब स्कूल ऑफ डांस एंड म्यूजिक की स्थापना की। समकालीन कथक नृत्य में उनके योगदान को प्रमुख माना जाता है।

कर्नाटक के लक्ष्मीनारायण सुब्रमण्यम को कला (म्यूजिक) के क्षेत्र में पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा। इससे पहले उन्हें 1987 में पद्म श्री और 2010 में पद्म भूषण से सम्मानित किया जा चुका है।

कर्नाटक संगीत के साथ-साथ पश्चिमी शास्त्रीय संगीत में प्रशिक्षित एक प्रसिद्ध वायलिन वादक डॉ. लक्ष्मीनारायण सुब्रमण्यम को कला के क्षेत्र में पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा। संगीत में उनका करियर 1973 में शुरू हुआ, और तब से उन्होंने 200 से ज्यादा रिकॉर्डिंग अपने नाम की है। उन्होंने प्रसिद्ध संगीतकारों जैसे येहुदी मेनुहिन, स्टीफन ग्रेपेली, रग्गिएरो रिक्की, जीन-पियरे रामपाल, हर्बी हैनकॉक, जॉर्ज हैरिसन और अन्य के साथ काम किया। साल 1988 में उन्हें पद्म श्री और 2001 में पद्म भूषण जैसे प्रतिष्ठित सम्मान मिले थे।

भारत के सर्वकालिक महान लेखकों में से एक एम.टी. वासुदेवन नायर को साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा। वह भारत के उन लेखकों में शुमार थे, जिनकी रचनाओं का अनुवाद हर भाषा में मिलता है। वह सुप्रसिद्ध पत्रिका मातृभूमि के संपादक भी रहे। इससे पहले 2005 में उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।

जापान के दिवंगत व्यवसायी ओसामु सुजुकी को व्यापार और उद्योग (ट्रेड एंड इंडस्ट्री) के क्षेत्र में मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा। वह एक जापानी व्यवसायी थे और सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष रहे। साल 1978 से वह कंपनी के अध्यक्ष, चेयरमैन या सीईओ के पद पर थे। फरवरी 2021 में कंपनी ने यह घोषणा की कि वह जून 2021 में सेवानिवृत्त हो जाएंगे।

देश की प्रसिद्ध दिवंगत लोक गायिका शारदा सिन्हा को कला (संगीत) के क्षेत्र में मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा। शारदा सिन्हा ने अपनी मधुर आवाज से न केवल भोजपुरी और मैथिली संगीत को नई पहचान दिलाई, बल्कि बॉलीवुड में भी अपनी गायकी का लोहा मनवाया। उनकी आवाज में सलमान खान की फिल्म मैंने प्यार किया का गाना कहे तो से सजना बहुत ही लोकप्रिय हुआ। इसके अतिरिक्त, उन्होंने गैंग्स ऑफ वासेपुर पार्ट 2 और चारफुटिया छोकरे जैसी फिल्मों में भी गाने गाए, जिनकी दर्शकों ने बहुत सराहना की।

पद्म भूषण:

कर्नाटक के ए. सूर्य प्रकाश जो प्रसार भारती के पूर्व चेयरपर्सन रहे हैं उन्हें साहित्य और शिक्षा-पत्रकारिता के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया जाएगा। कर्नाटक से आने वाले अभिनेता अनंत नाग को कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया जाएगा। दिल्ली के बिबेक देबरॉय (मरणोपरांत) जो प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष रहे हैं, उन्हें साहित्य और शिक्षा-पत्रकारिता के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया जाएगा।

असम से आने वाले जतिन गोस्वामी को कला के क्षेत्र में, केरल से आने वाले जोस चाको पेरियाप्पुरम को मेडिसिन के क्षेत्र में, दिल्ली से आने वाले कैलाश नाथ दीक्षित को पुरातत्व के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया जाएगा।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे मनोहर जोशी (मरणोपरांत) को पब्लिक अफेयर्स के क्षेत्र में, तमिलनाडु से आने वाले उद्योगपति नल्ली कुप्पुस्वामी चेट्टी को व्यापार और उद्योग के क्षेत्र में, आंध्र प्रदेश से आने वाले नंदामुरी बालकृष्ण को कला के क्षेत्र में, केरल से आने वाले पीआर श्रीजेश को खेल के क्षेत्र में, गुजरात से आने वाले कैडिला हेल्थकेयर के चेयरपर्सन पंकज पटेल को व्यापार और उद्योग के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया जाएगा।

महाराष्ट्र से आने वाले भारतीय पार्श्व गायक पंकज उधास (मरणोपरांत) को कला के क्षेत्र में, यूपी से आने वाले रामबहादुर राय जो इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के अध्यक्ष हैं, उन्हें साहित्य और शिक्षा-पत्रकारिता के क्षेत्र में, यूपी से आने वालीं दुर्गा वाहिनी की संस्थापक साध्वी ऋतंभरा को सामाजिक कार्य के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया जाएगा।

तमिलनाडु से आने वाले अभिनेता एस अजित कुमार को जो कला के क्षेत्र में, महाराष्ट्र से आने वाले फिल्म निर्माता शेखर कपूर को कला के क्षेत्र में, तमिलनाडु से आने वाली अभिनेत्री शोभना चंद्रकुमार को कला के क्षेत्र में, बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम रहे सुशील कुमार मोदी (मरणोपरांत) को जनसम्पर्क के क्षेत्र में, भारतीय-अमेरिकी इंजीनियर और उद्यमी विनोद धाम को विज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया जाएगा।

पद्म श्री :

विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट सेवा के लिए 113 व्यक्तियों को पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा। इनमें शामिल हैं, अद्वैत चरण गडनायक (कला) ओडिशा, अच्युत रामचन्द्र पालव (कला) महाराष्ट्र, अजय वी भट्ट (विज्ञान और इंजीनियरिंग) अमेरिका, अनिल कुमार बोरो (साहित्य एवं शिक्षा) असम, अरिजीत सिंह (कला) पश्चिम बंगाल, अरुंधति भट्टाचार्य (व्यापार और उद्योग) महाराष्ट्र, अरुणोदय साहा (साहित्य एवं शिक्षा) त्रिपुरा, अरविन्द शर्मा (साहित्य एवं शिक्षा) कनाडा, अशोक कुमार महापात्रा (मेडिसिन) ओडिशा, अशोक लक्ष्मण सराफ (कला) महाराष्ट्र, आशुतोष शर्मा (विज्ञान एवं इंजीनियरिंग) उत्तर प्रदेश, अश्विनी भिड़े देशपांडे (कला) महाराष्ट्र, बैजनाथ महाराज (अन्य – अध्यात्मवाद) राजस्थान, बैरी गॉडफ्रे जॉन (कला) एनसीटी दिल्ली, बेगम बतूल (कला) राजस्थान, भरत गुप्त (कला) एनसीटी दिल्ली, भेरू सिंह चौहान (कला) मध्य प्रदेश, भीम सिंह भावेश (सामाजिक कार्य) बिहार, भीमव्वा डोड्डाबलप्पा शिल्लेक्यथारा (कला) कर्नाटक, बुधेन्द्र कुमार जैन (मेडिसिन) मध्य प्रदेश, सी एस वैद्यनाथन (सार्वजनिक मामले) एनसीटी दिल्ली, चैतराम देवचंद पवार (सामाजिक कार्य) महाराष्ट्र।

इस सूची में चंद्रकांत शेठ (मरणोपरांत) (साहित्य एवं शिक्षा) गुजरात, चंद्रकांत सोमपुरा (अन्य – वास्तुकला) गुजरात, चेतन ई चिटनिस (विज्ञान और इंजीनियरिंग) फ्रांस, डेविड आर सिम्लीह (साहित्य और शिक्षा) मेघालय, दुर्गा चरण रणबीर (कला) ओडिशा, फारूक अहमद मीर (कला) जम्मू और कश्मीर, गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ (साहित्य एवं शिक्षा) उत्तर प्रदेश, गीता उपाध्याय (साहित्य एवं शिक्षा) असम, गोकुल चंद्र दास (कला) पश्चिम बंगाल, गुरुवयूर दोराई (कला) तमिलनाडु, हरचंदन सिंह भट्टी (कला) मध्य प्रदेश, हरिमन शर्मा (अन्य – कृषि) हिमाचल प्रदेश, हरजिंदर सिंह श्रीनगर वाले (कला) पंजाब, हरविंदर सिंह (खेल) हरियाणा, हसन रघु (कला) कर्नाटक, हेमन्त कुमार (चिकित्सा) बिहार, हृदय नारायण दीक्षित (साहित्य एवं शिक्षा) उत्तर प्रदेश, ह्यूग और कोलीन गैंटज़र (मरणोपरांत) (जोड़ी) (साहित्य और शिक्षा – पत्रकारिता) उत्तराखंड, इनिवलाप्पिल मणि विजयन (खेल) केरल, जगदीश जोशीला (साहित्य एवं शिक्षा) मध्य प्रदेश, जसपिंदर नरूला (कला) महाराष्ट्र, जोनास मासेटी (अन्य – अध्यात्मवाद) ब्राज़ील, जोयनाचरण बथारी (कला) असम, जुमदे योमगाम गैमलिन (सामाजिक कार्य) अरुणाचल प्रदेश, के. दामोदरन (अन्य – पाककला) तमिलनाडु, के एल कृष्णा (साहित्य एवं शिक्षा) आंध्र प्रदेश, के ओमानकुट्टी अम्मा (कला) केरल, किशोर कुणाल (मरणोपरांत) (सिविल सेवा) बिहार, एल हैंगथिंग (अन्य – कृषि) नागालैंड, लक्ष्मीपति रामसुब्बैयर (साहित्य एवं शिक्षा-पत्रकारिता) तमिलनाडु भी शामिल हैं।

इनके अलावा ललित कुमार मंगोत्रा ​​(साहित्य और शिक्षा) जम्मू और कश्मीर, लामा लोबजंग (मरणोपरांत) (अन्य – अध्यात्मवाद) लद्दाख, लीबिया लोबो सरदेसाई (सामाजिक कार्य) गोवा, एम डी श्रीनिवास (विज्ञान और इंजीनियरिंग) तमिलनाडु, मदुगुला नागफनी सरमा (कला) आंध्र प्रदेश, महाबीर नायक (कला) झारखंड, ममता शंकर (कला) पश्चिम बंगाल, मंदा कृष्णा मडिगा (सार्वजनिक मामले) तेलंगाना, मारुति भुजंगराव चितमपल्ली (साहित्य और शिक्षा) महाराष्ट्र, मिरियाला अप्पाराव (मरणोपरांत) (कला) आंध्र प्रदेश, नागेंद्र नाथ रॉय (साहित्य और शिक्षा) पश्चिम बंगाल, नारायण (भुलई भाई) (मरणोपरांत) (सार्वजनिक मामले) उत्तर प्रदेश, नरेन गुरुंग (कला) सिक्किम , नीरजा भाटला (चिकित्सा) एनसीटी दिल्ली, निर्मला देवी (कला) बिहार, नितिन नोहरिया (साहित्य और शिक्षा) संयुक्त राज्य अमेरिका, ओंकार सिंह पाहवा (व्यापार) और उद्योग) पंजाब, पी दत्चानमूर्ति (कला) पुडुचेरी, पंडी राम मंडावी (कला) छत्तीसगढ़, परमार लवजीभाई नागजीभाई (कला) गुजरात, पवन गोयनका (व्यापार और उद्योग) पश्चिम बंगाल, प्रशांत प्रकाश (व्यापार और उद्योग) कर्नाटक, प्रतिभा सत्पथी (साहित्य और शिक्षा) ओडिशा को भी पद्म श्री दिया गया है।

पद्म श्री से सम्मानित अन्य हस्तियां हैं – पुरीसाई कन्नप्पा संबंदन (कला) तमिलनाडु, आर अश्विन (खेल) तमिलनाडु, आर जी चंद्रमोगन (व्यापार और उद्योग) तमिलनाडु, राधा बहिन भट्ट (सामाजिक कार्य) उत्तराखंड, राधाकृष्णन देवसेनापति (कला) तमिलनाडु, रामदरश मिश्रा (साहित्य और शिक्षा) ) एनसीटी दिल्ली, रणेंद्र भानु मजूमदार (कला) महाराष्ट्र, रतन कुमार परिमू (कला) गुजरात, रेबा कांता महंत (कला) असम, रेंथली लालरावना (साहित्य और शिक्षा) मिजोरम, रिकी ज्ञान केज (कला) कर्नाटक, सज्जन भजंका (व्यापार और उद्योग) पश्चिम बंगाल, सैली होलकर (व्यापार और उद्योग) मध्य प्रदेश, संत राम देसवाल (साहित्य और शिक्षा) हरियाणा, सत्यपाल सिंह (खेल) उत्तर प्रदेश, सीनी विश्वनाथन (साहित्य और शिक्षा) तमिलनाडु, सेथुरमन पंचनाथन (विज्ञान और इंजीनियरिंग) संयुक्त राज्य अमेरिका, शेखा शेखा अली अल-जबर अल-सबा (चिकित्सा) कुवैत, शीन काफ निज़ाम (शिव किशन बिस्सा) (साहित्य एवं शिक्षा) राजस्थान, श्याम बिहारी अग्रवाल (कला) उत्तर प्रदेश, सोनिया नित्यानंद (चिकित्सा) उत्तर प्रदेश, स्टीफन नैप (साहित्य एवं शिक्षा) संयुक्त राज्य अमेरिका, सुभाष खेतुलाल शर्मा (अन्य – कृषि) महाराष्ट्र, सुरेश हरिलाल सोनी (सामाजिक कार्य) गुजरात, सुरिंदर कुमार वासल (विज्ञान और इंजीनियरिंग) दिल्ली, स्वामी प्रदीप्तानंद (कार्तिक महाराज) )अन्य – अध्यात्मवाद) पश्चिम बंगाल, सैयद ऐनुल हसन (साहित्य और शिक्षा) उत्तर प्रदेश, तेजेंद्र नारायण मजूमदार (कला) पश्चिम बंगाल, थियाम सूर्यमुखी देवी (कला) मणिपुर, तुषार दुर्गेशभाई शुक्ला (साहित्य और शिक्षा) गुजरात।

इस सूची में वदिराज राघवेंद्राचार्य पंचमुखी (साहित्य और शिक्षा) आंध्र प्रदेश, वासुदेव कामथ (कला) महाराष्ट्र, वेलु आसान (कला) तमिलनाडु, वेंकप्पा अंबाजी सुगतेकर (कला) कर्नाटक, विजय नित्यानंद सूरीश्वर जी महाराज (अन्य – अध्यात्मवाद) बिहार, विजयलक्ष्मी देशमने (चिकित्सा) ) कर्नाटक, विलास डांगरे (चिकित्सा) महाराष्ट्र, और विनायक लोहानी (सामाजिक कार्य) पश्चिम बंगाल के नाम भी हैं।

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