Shambhu Border Open : पंजाब डेस्क। लगभग 400 दिनों बाद पंजाब-हरियाणा शंभू बॉर्डर पर यातायात बहाल हो गया है। वहीं, करीब एक साल बाद ट्रैफिक चालू हुआ है। बुधवार की शाम पंजाब पुलिस ने किसानों को यहां से हटा दिया था। पुलिस ने यहां से अस्थायी ढांचों को भी हटा दिया था। इसके बाद वीरवार को पुलिस प्रशासन ने खनौरी और शंभू बॉर्डर पर करीब 13 महीने से आंदोलन कर रहे किसानों को आखिर पंजाब सरकार ने हटा दिया है। जिसके बाद शंभू-अंबाला हाइवे को एक तरफ से पूरी तरह से खोल दिया गया है। राजपुरा से अंबाला जाने के लिए शंभू बॉर्डर पर एक तरफ का रास्ता खोले जाने के बाद वाहनों की आवाजाही भी शुरू हो गई है।
#WATCH | Traffic movement resumes at the Punjab-Haryana Shambhu border.
Yesterday, late in the evening, Punjab police removed the farmers from here, temporary structures erected by them were also removed. pic.twitter.com/tekNbZ6SFB
— ANI (@ANI) March 20, 2025
ट्रैफिक की आवाजाही को लेकर पटियाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) नानक सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि अगले 3-4 घंटों के भीतर इलाके में सड़कों को साफ करने और उन्हें यातायात के लिए फिर से खोलने के प्रयास चल रहे हैं। शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों द्वारा लगाए गए टेंट को गुरुवार को अधिकारियों ने हटा दिया। सिंह ने कहा कि एक बार सड़कें साफ हो जाने के बाद, वे हरियाणा के अधिकारियों के साथ मिलकर यह निर्धारित करेंगे कि सड़कों को यातायात के लिए खोलना कितना सुरक्षित है या नहीं। इसके अतिरिक्त, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) यह सुनिश्चित करने के लिए गहन निरीक्षण करेगा कि सड़क यात्रा के लिए सुरक्षित है।
हरियाणा सरकार ने दिल्ली कूच से पहले ही रोक था किसानों को
फरवरी 2024 में अपनी मांगों को लेकर यहां डेरा डालने वाले किसानों को हरियाणा सरकार ने दिल्ली कूच से पहले ही रोक दिया था, जिसके बाद से यह शंभू बॉर्डर का रास्ता पूरी तरह से बंद था। वीरवार तड़के हरियाणा की तरफ से बुलडोजर भेजे गए, जिन्होंने कंक्रीट के बैरिकेड्स हटाने का काम किया। पंजाब पुलिस पहले ही किसानों द्वारा बनाए गए अस्थायी ढांचों को हटा चुकी थी।
यात्रियों को 20 किमी का अतिरिक्त सफर अब नहीं करना पड़ेगा
शंभू बॉर्डर पर एक लेन से कंक्रीट व पत्थरों की बैरिकेडिंग हटाने का काम पूरा हो गया है। इसके बाद शाम साढ़े चार बजे के करीब वाहनों के गुजरने का सिलसिला भी शुरू हो गया। हालांकि पुल के ऊपर दूसरी लेन को भी खोलने के लिए तेजी से काम चल रहा है। रास्ता खुलने से 20 किमी का अतिरिक्त सफर अब नहीं करना पड़ेगा।