नेशनल डेस्क: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर सरकार के रूख की कांग्रेस नेता शशि थरूर द्वारा की गई सराहना को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की कुशल कूटनीति का समर्थन बताया। पूर्व केंद्रीय मंत्री और लोकसभा सदस्य रविशंकर प्रसाद ने यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के खिलाफ नहीं बोलने के लिए सरकार की आलोचना को लेकर थरूर की स्वीकारोक्ति को ‘देर आए दुरुस्त आए’ का मामला बताया।
क्या बोले शशि थरूर
थरूर ने मंगलवार को कहा था कि रूस-यूक्रेन युद्ध छिड़ने के बाद भारत के रुख का विरोध करना उनके लिए र्शिमंदगी भरी बात साबित हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत सरकार द्वारा अपनाई गई नीति के कारण देश अब उस स्थिति में है जहां वह स्थायी शांति के लिए भूमिका निभा सकता है। रूस ने जब यूक्रेन पर हमला किया था तो थरूर ने भारत के रुख की आलोचना की थी और मॉस्को के इस कदम की निंदा करने का आह्वान किया था।
कांग्रेस के दूसरे नेता भी स्वीकार करें
प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा कि मोदी सरकार ऐसे फैसले लेती है जो भारत के लिए अच्छे होते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘शशि थरूर ने जिस तरीके से इसे स्वीकार किया है, अगर कांग्रेस के दूसरे नेता भी इसे स्वीकार करते हैं तो यह अच्छा होगा।’’
सुधांशु त्रिवेदी का बयान
भाजपा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि सरकार का कूटनीतिक कौशल उन सभी के लिए स्पष्ट है जो विदेश मामलों को समझते हैं और मोदी ने दोनों युद्धरत देशों के राष्ट्रपतियों से मुलाकात की और दोनों से समान गर्मजोशी वाली प्रतिक्रिया प्राप्त की। उन्होंने कहा कि मोदी के नेतृत्व में भारत की कूटनीति में एक छोटा सा बदलाव आया है क्योंकि यह अपने रुख में गुट-निरपेक्ष से ‘बहु-निरपेक्ष’ हो गया है।
भारत दुनिया के दोस्त के तौर पर उभर रहा: त्रिवेदी
त्रिवेदी ने कहा, ‘‘भारत दुनिया के दोस्त के तौर पर उभर रहा है और यही बात वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने जाहिर की है।’’ थरूर ने बुधवार को अपने बदले हुए रुख पर सफाई दी और कहा कि एक भारतीय के रूप में उन्होंने अपनी राय जाहिर की थी और इसमें कोई राजनीति नहीं देखी जानी चाहिए।