विज्ञापन

पराली के धुएं ने बढ़ा रहा प्रदूषण, लाेगाें काे सांस लेने में हाे रही थी दिक्कत, एक ही दिन में आए 163 रिकॉर्ड मामले

चंडीगढ़ : पंजाब में लगातार चौथे दिन पराली जलाने के रिकॉर्ड मामले दर्ज किए गए। एक ही दिन में 162 नए मामले सामने आने के साथ ही पंजाब में पराली जलाने के कुल मामलों की संख्या 872 तक पहुंच गई है। पिछले सालों की तुलना में अगर वर्ष 2022 में इस दिन पराली जलाने के.

- विज्ञापन -

चंडीगढ़ : पंजाब में लगातार चौथे दिन पराली जलाने के रिकॉर्ड मामले दर्ज किए गए। एक ही दिन में 162 नए मामले सामने आने के साथ ही पंजाब में पराली जलाने के कुल मामलों की संख्या 872 तक पहुंच गई है। पिछले सालों की तुलना में अगर वर्ष 2022 में इस दिन पराली जलाने के 120 मामले और वर्ष 2023 में 154 मामले सामने आए। पंजाब में पराली जलाने के मामले सामने आने लगे हैं। इसके कारण प्रदूषण का स्तर भी बढ़ने लगा है।

डॉक्टरों के अनुसार एक्यूआई का स्तर बढ़ने से अधिकतर लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। अमृतसर में एक्यूआई 104, पटियाला में 106, लुधियाना में 120, खन्ना में 82 और मंडी गोबिंदगढ़ में 80 दर्ज किया गया। पंजाब में 10 अक्टूबर को पराली जलाने के 123 मामले, 11 अक्टूबर को 143 और 12 अक्टूबर को 177 मामले सामने आए। इन तीन दिनों में पिछले दो सालों की तुलना में पराली जलाने के ज्यादा मामले दर्ज किए गए।

भले ही राज्य सरकार लोगों को पराली न जलाने के लिए जागरूक कर रही हो, लेकिन हर दिन बड़ी संख्या में मामले सामने आ रहे हैं। रविवार को पराली जलाने के कुल 162 मामले दर्ज किए गए। अमृतसर में पराली जलाने के 48 मामले सामने आए हैं। पटियाला में चार, तरनतारन में 26, संगरूर में 38 और मलेरकोटला, गुरदासपुर और कपूरथला में पराली जलाने के 16 मामले दर्ज किए गए हैं।

- विज्ञापन -

Latest News