मैनपुरी : समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को विश्वास जताया कि उनकी पार्टी करहल विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में ‘‘सफलता का नया इतिहास’’ रचेगी। करहल से पार्टी उम्मीदवार तेज प्रताप यादव के नामांकन दाखिल करने के बाद संवाददाताओं से सपा प्रमुख ने कहा कि करहल तथा मैनपुरी के लोगों ने हमेशा सपा तथा उसके संस्थापक मुलायम सिंह यादव का समर्थन किया है और यह चुनाव भी अलग नहीं होगा। यादव ने कहा, कि ‘करहल ने हमेशा समाजवादी पार्टी को ऐतिहासिक जीत दिलाई है। इस बार हमारा उम्मीदवार और भी बड़े अंतर से जीतेगा और पार्टी सफलता का नया इतिहास रचेगी।’’
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की चुनौती को खारिज करते हुए कहा कि पिछड़े वर्गों, दलितों और अल्पसंख्यकों का प्रतिनिधित्व करने वाला ‘पीडीए परिवार’ सपा की सफलता सुनिश्चित करेगा। सपा प्रमुख ने कहा, कि ‘भाजपा कोई भी उम्मीदवार उतारे, लेकिन पीडीए परिवार एकजुट है और वह ऐतिहासिक जीत हासिल करेगा।’’ यादव ने भाजपा पर अपने शासन के दौरान पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव तथा अन्याय करने का आरोप लगाया और कहा कि पार्टी ‘पीडीए’ का नाम लेना भी भूल गई है। उन्होंने कहा, कि ‘भाजपा सरकार ने बेरोजगारी, महंगाई और बढ़ते अपराध के अलावा कुछ नहीं दिया है। आम आदमी का जीवन मुश्किल हो गया है।’’
सपा प्रमुख ने यह भी आरोप लगाया, कि ‘भाजपा ने डॉ भीमराव आंबेडकर के संविधान का पालन नहीं किया। भाजपा की तरफ से भेदभाव जारी है और हमने लोकसभा (चुनाव) में इसका विरोध किया। हालांकि उनका रुख थोड़ा नरम पड़ा है लेकिन उनकी मंशा साफ है।’’ बहराइच में हाल ही में हुई सांप्रदायिक हिंसा का जिक्र करते हुए यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा ने चुनाव से पहले लोगों में फूट डालने के लिए ‘‘जानबूझकर दंगा भड़काया।’’
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, कि ‘भाजपा ने जानबूझकर लोगों में फूट डालने के लिए बहराइच में दंगे करवाए। मैं मीडिया की सराहना करता हूं कि उसने सच्चाई सामने लाते हुए दिखाया कि प्रशासन और पुलिस वहां क्या कर रहे थे। उचित सुरक्षा व्यवस्था क्यों नहीं की गई?’’ हिंसा के सिलसिले में की गई गिरफ्तारियों के बारे में पूछे गए सवाल पर यादव ने कहा, कि ‘पुलिस किसी को भी गिरफ्तार कर सकती है, लेकिन अदालतें न्याय सुनिश्चित करेंगी।’’ उन्होंने करहल से सपा उम्मीदवार तेज प्रताप यादव पर भरोसा जताते हुए कहा कि समाज के सभी वर्ग उनके साथ खड़े हैं।
करहल विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान 13 नवंबर को होगा। यह निर्वाचन क्षेत्र डिंपल यादव की मैनपुरी लोकसभा सीट का हिस्सा है। करहल सीट 1993 से ही सपा का गढ़ रही है लेकिन 2002 के विधानसभा चुनाव में यह सीट भाजपा के सोबरन सिंह यादव के खाते में गई थी। हालांकि, बाद में वह सपा में शामिल हो गए। करहल सीट, सपा प्रमुख अखिलेश यादव के कन्नौज से सांसद चुने जाने के बाद उनके विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिये जाने के कारण रिक्त हो गई है।