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IIT कानपुर की छात्रा का बयान दर्ज, जल्द हो सकते है ACP मोहसिन गिरफ्तार

लखनऊ। कानपुर में शादी का झांसा देकर आईआईटी कानपुर की पीएचडी छात्रा का यौन शोषण करने का आरोप में घिरे एसीपी मो. मोहसिन खान की मुश्किलें बढ़ना तय हो गया है। आरोप लगाने वाली पीएचडी छात्रा ने सोमवार को कोर्ट में अपने बयान दर्ज कराए। बयानों में छात्रा ने करीब-करीब उन सभी आरोपों को दोहराया जो उसने अपनी एफआईआर और पुलिस को दिए बयान में लगाए थे। छात्रा के बयान दर्ज होने के बाद केस की विवेचक व एसआईटी की अध्यक्ष एडीसीपी ट्रैफिक अर्चना सिंह ने करीब पंद्रह पन्नौं के विस्तार से दिए उन बयानों को देर शाम तक कोर्ट में पढ़ा। अब माना जा रहा है कि पुलिस जल्द ही उसे गिरफ्तार कर सकती है। जानकारी के अनुसार सुबह करीब 11:30 बजे एडीसीपी ट्रैफिक की अगुवाई में बनी एसआईटी भारी सुरक्षा के बीच पीड़ित छात्रा को कचहरी लेकर पहुंची। कोर्ट रूम में 11:35 बजे बयान दर्ज होना शुरू हुआ।

शाम 4:35 बजे तक बयान दर्ज हुए। साढ़े पांच घंटे में यौन शोषण पीड़ित छात्रा ने विस्तार से बयान दर्ज कराए। इस दौरान कई बार वह झल्लाई। कई बार उसने पानी पिया और बयान देने के दौरान कई बार मोहसिन का नाम लेते-लेते लड़खड़ा गई। बयान दर्ज होने के बाद माना जा रहा है कि पुलिस जल्द ही मोहसिन को गिरफ्तार कर सकती है।

बता दें, एसीपी मोहसिन के खिलाफ छात्रा ने आठ दिन पहले आईआईटी प्रशासन से शिकायत की थी। आईआईटी प्रशासन ने मामले की आंतरिक जांच कराई थी। जांच में आरोप कुछ हद तक सही मिले तो, पुलिस कमिश्नर को इसकी जानकारी दी गई। बताया जाता है कि इसी के बाद छात्रा ने कल्याणपुर पुलिस को तहरीर दी और केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई। छात्रा के कोर्ट में अपने बयान पर कायम रहने के साथ ही साक्ष्य जुटाने की कोशिश कर रही पुलिस को सबूत मिलने भी शुरू हो गए हैं। आईआईटी से ली गई हॉस्टल के आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में मोहसिन दिखाई दिए हैं। कुछ जगह पर दोनों साथ में भी दिखे हैं।

साथ ही आईआईटी के विभिन्न एंट्री प्वाइंट्स पर उनके परिसर में दाखिल होने और उससे बाहर निकलने के साक्ष्य मिले हैं। अधिकारियों का कहना है कि अभी कुछ और कर्मचारियों के बयान होने बाकी हैं। अब उन जगहों से भी साक्ष्य जुटाए जाएंगे, जहां-जहां मोहसिन और छात्रा का साथ आना-जाना हुआ था। पीड़ित छात्रा ने पुलिस को बताया कि मोहसिन से करीबी के दौरान कुछ साथी छात्रों ने उम्र का हवाला देकर दूरी बनाने को कहा था। हालांकि मोहसिन ने अपनी बातों से इतना प्रभावित कर लिया था कि उसे किसी और की कही बात समझ ही नहीं आई। झूठ पकड़े जाने के बाद भी तलाक लेकर शादी की बात कहने से उम्मीद बंधी रही लेकिन जब उसकी पत्नी ने तलाक न देने और दूसरी शादी की बात कही तो वह हिल गई। इस बीच 27 नवंबर को मोहसिन पिता बना तो सच्चाई सामने आई। पकड़े जाने के बाद भी एसीपी ने छात्रा को समझा लिया।

छात्रा ने भी उसकी बातों को कुछ हद तक मान लिया लेकिन जब उसे पता चला कि वह उसे साइको बताकर खुद को पाक साफ दिखाने की कोशिश कर रहा है तो वह हिल गई। उसने कहा कि उसके पास एसीपी से बातचीत के सैकड़ों ऑडियो-वीडियो हैं। व्हाट्सएप चैटिंग भी है जो यह साबित करेगी कि मोहसिन ने उससे क्या-क्या कहा और कितने झूठे वायदे किए। अखिल कुमार, पुलिस कमिश्नर का कहना हैं कि पीड़ित छात्रा के बयान दर्ज हो चुके हैं। उसके आधार पर आरोपी के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी। आरोपी की गिरफ्तारी भी की जाएगी। एसीपी साइबर क्राइम व कलक्टरगंज मोहम्मद मोहसिन खान पर आईआईटी से पीएचडी कर रही एक युवती ने शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण करने का आरोप लगाते हुए कल्याणपुर थाने में गुरुवार को केस दर्ज कराया था। युवती का आरोप है कि शादीशुदा होने के बावजूद एसीपी ने खुद को अविवाहित बताकर नजदीकियां बढ़ाईं। फिर शादी का झांसा देकर उसका यौन शोषण करते रहे।

आला अधिकारियों ने मामले की जांच एडीसीपी ट्रैफिक अर्चना सिंह की अध्यक्षता वाली विशेष जांच टीम (एसआईटी) को दे दी है। साथ ही मोहसिन को लखनऊ स्थित पुलिस मुख्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। मूलरूप से लखनऊ के रहने मो. मोहसिन खान 2013 बैच के पीपीएस अफसर है। 12 दिसंबर 2023 से वह कानपुर में तैनात थे। केस दर्ज होने से पहले तक मोहसिन एसीपी कलक्टरगंज के साथ साइबर क्राइम की भी जिम्मेदारी संभाल रहे थे। युवती को जब मोहसिन के शादीशुदा होने की जानकारी मिली तो उसने इसका विरोध किया। इस पर मोहसिन ने उसे पत्नी से जल्द तलाक होने पर शादी का आश्वासन देकर रिलेशन में जुड़े रहने को कहा। दो दिन पहले युवती ने मोहसिन की पत्नी से फोन पर संपर्क किया।

मोहसिन की पत्नी ने वैवाहिक जीवन अच्छी तरह से चलने की बात कही। सूत्रों के अनुसार जब युवती ने एसीपी से सवाल किया, तो एसीपी ने उसके बारे में गलतबयानी शुरू कर दी, जिसके बाद उसने पहले आईआईटी प्रबंधन से शिकायत की। फिर गुरुवार दोपहर कल्याणपुर थाने पहुंचकर एसीपी के खिलाफ तहरीर दे दी। अपने ही एसीपी की खिलाफ तहरीर मिलने पर थाना प्रभारी ने उच्चाधिकारियों से संपर्क किया और उनके निर्देश पर केस दर्ज कर लिया। अधिकारियों ने पहले तो एसीपी को तत्काल पुलिस मुख्यालय लखनऊ से संबद्ध कर दिया। फिर डीसीपी साउथ अंकिता शर्मा ने आईआईटी पहुंचकर प्रारंभिक जांच कर उसके बयान दर्ज किए। अब एडीसीपी ट्रैफिक अर्चना सिंह के नेतृत्व वाली एसआईटी को जांच विस्तृत सौंपी गई है।

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