इंटरनेशनल डेस्क: म्यांमार में एक बार फिर भूकंप के तेज झटके लगे हैं। इन झटकों के बाद अफरा-तफरी मच गई। लोगों के बीच डर का माहौल बन गया। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.1 मापी गई है जबकि इसका केंद्र नेपीडॉ बताया जा रहा है। हालांकि अभी तक किसी भी जानमाल हानि के नुकसान की कोई खबर नहीं है। प्रशासन सतर्क है और हालात पर नजर बनाए हुए है।
भूकंप में 1002 लोगों की मौत
बता दें कि इससे पहले म्यांमार में दो बार भूकंप के तेज झटके लगे थे। इन झटकों से भयंकर तबाही हुई थी। इन झटकों के बाद लोग सहम गए थे और रिक्टर स्केल पर इनकी तीव्रता 7.7 रही थी। म्यांमार ने भूकंप की वजह से छह क्षेत्रों और राज्यों में आपातकाल की घोषणा कर दी थी। म्यांमार में भूकंप अब तक 1002 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सैंकड़ों लोग लापता हैं। 2300 से अधिक लोग घायल हुए हैं और 30 से ज्यादा लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है।
भारत ने भेजी राहत सामग्री
म्यांमार और थाईलैंड में आए भूकंप से भारी तबाही के बीच, भारत ने सहायता के तौर पर म्यांमार को 15 टन राहत सामग्री भेजी है। सूत्रों ने बताया कि राहत सामग्री हिंडन स्थित भारतीय वायुसेना स्टेशन से भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के सी-130जे विमान के जरिए म्यांमार भेजी गई। सूत्रों के अनुसार, राहत पैकेज में टेंट, स्लीपिंग बैग, कंबल, तैयार भोजन, वाटर प्यूरीफायर, सफाई किट, सौर लैंप, जनरेटर सेट और पैरासिटामोल, एंटीबायोटिक्स, सीरिंज, दस्ताने और पट्टियाँ जैसी आवश्यक वस्तुएं शामिल हैं।
पीएम मोदी ने म्यांमार के जनरल से बात की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यांमार के सैन्य जुंटा प्रमुख मिन आंग ह्लाइंग से बात की। पीएम मोदी ने कहा, “म्यांमार के वरिष्ठ जनरल महामहिम मिन आंग ह्लाइंग से बात की। विनाशकारी भूकंप में लोगों की मौत पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। एक करीबी दोस्त और पड़ोसी के रूप में, भारत इस कठिन घड़ी में म्यांमार के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है। ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत आपदा राहत सामग्री, मानवीय सहायता, खोज एवं बचाव दल को प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से भेजा जा रहा है।”