नेशनल डेस्क: नागपुर हिंसा को लेकर महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस का बयान सामने आया है। उन्होंने इस घटना की निंदा की है और कहा है कि कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने वालों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। फडणवीस ने कहा कि ऐसा लगता है यह हिंसा सुनियोजित थी। हिंसा में लगभग 33 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनमें 3 डीसीपी स्तर के अधिकारी शामिल हैं।
‘छावा’ फिल्म ने औरंगजेब के खिलाफ लोगों के गुस्से को भड़काया
नागपुर हिंसा पर विधानसभा में बोलते हुए सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ”विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद एक अफवाह फलाई गई कि धार्मिक सामग्री को जलाया गया। जिसके चलते मामला काफी गरमा गया और हिंसा की घटनाएं हुईं। यह एक सुनियोजित हमला लगता है, लेकिन किसी को भी कानून को अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं है।” मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘छावा’ फिल्म ने औरंगजेब के खिलाफ लोगों के गुस्से को भड़काया, लेकिन सभी को महाराष्ट्र में शांति बनाए रखनी चाहिए।
On Nagpur violence, Maharashtra CM Devendra Fadnavis says, “This violent incident and riots seem to be pre-planned.”
“Chhava movie has ignited people’s anger against Aurangzeb still, everyone must keep Maharashtra peaceful.” pic.twitter.com/XYaDSuBP7X
— ANI (@ANI) March 18, 2025
33 पुलिसकर्मी घायल, डीसीपी पर कुल्हाड़ी से हमला
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस हिंसा में 33 पुलिसकर्मी घायल हुए, जिनमें 3 डीसीपी स्तर के अधिकारी शामिल हैं। यही नहीं एक डीसीपी पर तो कुल्हाड़ी से भी हमला किया गया था। घटना स्थल पर 80 से 100 लोगों की भीड़ थी। हिंसा में एक क्रेन और दो जेसीबी सहित चार पहिया वाहनों को जलाया गया। इसके अलावा पाच आम नागरियों पर भी हमले हुए हैं।
घटना में सख्त कार्रवाई की जाएगी: डिप्टी सीएम शिंदे
नागपुर हिंसा पर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे का भी रिएक्शन सामने आया है। उन्होंने कहा, “नागपुर में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। पुलिस जांच कर रही है कि क्या यह पहले से रची गई साजिश थी। इस घटना में डीसीपी स्तर के 4 अधिकारी घायल हुए हैं। सीएम स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। पुलिस ने कहा है कि कई लोग बाहर से आए थे। पेट्रोल बम भी फेंके गए। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पुलिस पर भी हमला किया गया। इस घटना में सख्त कार्रवाई की जाएगी। मैं सभी से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं।”
50 से अधिक लोग हिरासत में: पुलिस आयुक्त
पुलिस आयुक्त रविंद्र सिंघल ने जानकारी देते हुए बताया कि नागपुर शहर में हुई हिंसा के मामले में 50 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है और 5 एफआईआर दर्ज की गई है। बीती शाम को मध्य नागपुर में हिंसा भड़क उठी, जिसमें पुलिस पर पथराव किया गया। अफवाह फैली कि मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को हटाने के लिए एख दक्षिणपंथी संगठन द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान पवित्र पुलिस को जलाया गया।