नई दिल्ली : राज्यसभा में सांसद विक्रमजीत सिंह साहनी ने कौशल प्रशिक्षण के लिए प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत फंड अलॉट किए जाने का मुद्दा उठाया हैं। उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्यों सिर्फ पंजाब के लिए ही फंड में अचानक गिरावट की गई है, जिसके तहत वित्तीय वर्ष 2018-19 के बजट में 62.37 करोड़ रुपए, 2019-20 में 57.69 करोड़ रुपए, 2020-21 में 67.55 करोड़ रुपए जारी किए गए थे, जबकि 2021-22 में सिर्फ 5.05 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं।
सवाल का जवाब देते हुए कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि बजट आबंटन में बड़े स्तर पर गिरावट कोरोना महामारी के चलते हुई है, जिस दौरान कौशल विकास केंद्र नहीं चल रहे थे और छात्रों की उपस्थिति भी बहुत कम थी। हालांकि मंत्री ने मौजूदा वित्तीय वर्ष में फंडों की आवंटन और कौशल प्रशिक्षण के लिए पीएमकेवीवाई 4 स्कीम शुरू करने के बारे में कुछ नहीं कहा।
विक्रमजीत सिंह ने दोहराया कि पंजाब में अधिकतर मल्टी स्किल डेवलपमेंट सेंटर उचित संचालन हेतु ज्यादा टारगेट ना दिए जाने के चलते बहुत कम प्रयोग में आ सके हैं। वास्तव में इन स्किल सेंटर में बहुत कम अटेंडेंस होती है।