नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराधिकारी के बारे में चल रही अटकलों को खारिज कर दिया है। फडणवीस ने साफ किया कि हम 2029 में मोदी जी को फिर से प्रधानमंत्री के रुप में देखेंगे। देवेंद्र फडणवीस ने संजय राउत के उस बयान को खारिज कर दिया है जिसमें उन्होंने दावा करते हुए कहा था कि पीएम मोदी इस साल सिंतबर में अपने पद से रिटायर हो सकते हैं।
मोदी जी को फिर से प्रधानमंत्री के रूप में देखेंगे
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने संजय राउत के दावे का खंडन करते हुए कहा, “2029 में हम मोदी जी को फिर से प्रधानमंत्री के रूप में देखेंगे। मोदी जी हमारे नेता हैं और वे पद पर बने रहेंगे। हमें उनके उत्तराधिकारी की तलाश करने की कोई जरूरत नहीं है। हमारी संस्कृति में, जब पिता जीवित होते हैं, तो उत्तराधिकार पर चर्चा करना अनुचित है। यह मुग़ल संस्कृति है और इस पर बात करने का समय अभी नहीं आया है।”
संजय राउत का बयान?
शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने दावा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस साल सितंबर में अपने पद से रिटायर हो सकते हैं। मुझे लगता है कि संघ परिवार देश के नेतृत्व में बदलाव चाहता है। पीएम मोदी का समय अब खत्म हो गया है और वे बदलाव चाहते हैं। इसके साथ ही वे अगले भाजपा अध्यक्ष का चयन भी करना चाहते हैं।” पीएम मोदी पिछले 10-11 सालों से आरएसएस मुख्यालय नहीं गए थे, लेकिन अब उन्होंने संघ प्रमुख मोहन भागवत को “टाटा, बाय, बाय” कहने के लिए यह दौरा किया।
प्रधानमंत्री मोदी का RSS मुख्यालय का दौरा
बता दें कि, प्रधानमंत्री मोदी ने नागपुर स्थित आरएसएस मुख्यालय का दौरा किया, और यह दूसरी बार है जब किसी प्रधानमंत्री ने संगठन के केंद्रीय कार्यालय का आधिकारिक दौरा किया है। इससे पहले अटल बिहारी वाजपेयी ने 2000 में पीएम रहते हुए यह दौरा किया था। मोदी ने इस दौरान आरएसएस के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार को श्रद्धांजलि अर्पित की और संगठन को भारत की सांस्कृतिक और वैचारिक विरासत का प्रतीक बताया। मोदी ने कहा, “100 साल पहले बोई गई विचारधारा का बीज अब एक विशाल वृक्ष बन चुका है। आरएसएस के सिद्धांतों और मूल्यों ने इसे लाखों कारसेवकों के साथ ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।” प्रधानमंत्री ने इस दौरान रेशमबाग इलाके में डॉ. हेडगेवार स्मृति मंदिर का भी दौरा किया और हेडगेवार तथा आरएसएस के दूसरे सरसंघचालक गुरु गोलवलकर को श्रद्धांजलि दी।