नेशनल डेस्क : खेल मंत्रालय ने मंगलवार को भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) पर लगाए गए निलंबन को हटा लिया। इस फैसले के बाद, WFI के पूर्व प्रमुख और भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया दी और सरकार का धन्यवाद किया। उनका कहना था कि यह संघर्ष करीब 26 महीने तक चला और अब कुश्ती महासंघ को सरकार द्वारा बहाल किया गया है। बृजभूषण ने यह भी कहा कि अगर इस दौरान किसी को नुकसान हुआ है तो वह खिलाड़ी और जूनियर खिलाड़ी हैं, जिन्होंने इस साजिश में हिस्सा लिया था। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…
WFI पर निलंबन हटाने का फैसला
आपको बता दें कि खेल मंत्रालय ने मंगलवार को भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) पर लगे निलंबन को हटा लिया। इससे अब कुश्ती के घरेलू टूर्नामेंटों का आयोजन और अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं के लिए राष्ट्रीय टीमों का चयन संभव हो सकेगा। यह फैसला WFI के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे महासंघ की कार्यप्रणाली फिर से पटरी पर आ जाएगी। खेल मंत्रालय ने 24 दिसंबर, 2023 को WFI को निलंबित कर दिया था, क्योंकि उसने अंडर-15 और अंडर-20 राष्ट्रीय चैंपियनशिप की जल्दबाजी में घोषणा की थी। इस कारण मंत्रालय ने WFI को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया। इसके बाद, संजय सिंह के नेतृत्व में पैनल ने 21 दिसंबर, 2023 को चुनाव जीते थे, लेकिन बृजभूषण शरण सिंह के गढ़ गोंडा में नेशनल चैंपियनशिप के लिए वेन्यू का चयन सरकार को नाराज कर गया था। मंत्रालय ने यह कहा कि WFI ने सुधारात्मक उपाय किए हैं, और इसी कारण निलंबन हटाने का फैसला लिया गया है।
#WATCH | Gonda, Uttar Pradesh: On Sports Ministry revoked suspension of Wrestling Federation of India (WFI), Former WFI chief and BJP leader Brij Bhushan Sharan Singh says, “This struggle lasted for about 26 months and today the Wrestling Federation has been reinstated by the… pic.twitter.com/EKwbnKRM1o
— ANI (@ANI) March 11, 2025
बृजभूषण शरण सिंह का बयान
दरअसल, पूर्व WFI प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह ने निलंबन हटाने के बाद कहा, “यह संघर्ष लगभग 26 महीने चला और आज कुश्ती महासंघ को सरकार ने बहाल कर दिया है। हम सरकार और खेल मंत्री का धन्यवाद करते हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि इस दौरान अगर किसी को नुकसान हुआ है तो वह खिलाड़ी और जूनियर खिलाड़ी हैं, और साजिशकर्ताओं की मंशा पूरी नहीं हो पाई।साल 2023 में जंतर-मंतर पर सात महिला पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था और उनकी गिरफ्तारी की मांग की थी। इसी दौरान पहलवानों ने WFI के पदाधिकारियों के चुनाव को रद्द करने और उसे अवैध घोषित करने के लिए उच्च न्यायालय का रुख किया था। दिसंबर 2023 में हुए चुनावों में बृजभूषण शरण सिंह के समर्थक संजय सिंह को WFI का नया प्रमुख चुना गया था।
जानिए अब क्या होगा?
अब WFI के निलंबन के हटने से घरेलू कुश्ती टूर्नामेंटों का आयोजन फिर से शुरू हो सकेगा, और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए राष्ट्रीय टीमों का चयन भी हो सकेगा। इससे कुश्ती खिलाड़ियों को एक बार फिर से अपनी तैयारियों पर ध्यान केंद्रित करने का मौका मिलेगा। इस फैसले से भारतीय कुश्ती महासंघ को एक नई दिशा मिलेगी, और अब कुश्ती से जुड़े सभी महत्वपूर्ण कार्य सुचारू रूप से चल सकेंगे। हालांकि, इसके बाद भी कई मुद्दे सुलझने बाकी हैं, जैसे कि महिला पहलवानों के आरोपों और WFI के अंदर चल रही राजनीति। इन सब के बीच, कुश्ती के विकास की दिशा में यह फैसला एक बड़ा कदम माना जा रहा है।