नेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में एक 23 वर्षीय युवक इम्तियाज अहमद मागरे की मौत हो गई, जब उसने सुरक्षा बलों से बचने के लिए विश्वा नाले में छलांग लगा दी। युवक पर आतंकियों की मदद करने का आरोप था और पुलिस पूछताछ में उसने कथित रूप से यह बात स्वीकार भी की थी।
आतंकी ठिकानों की जानकारी देने के बाद भागने की कोशिश
सूत्रों के मुताबिक, मागरे लश्कर-ए-तैयबा के लिए ओवर ग्राउंड वर्कर (OGW) के रूप में काम कर रहा था। उसे हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले के सिलसिले में हिरासत में लिया गया था। उसने दो संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादियों के बारे में जानकारी दी थी। पूछताछ के दौरान उसने बताया कि वह तंगमर्ग के जंगलों में छिपे आतंकियों को खाना और मदद देता था। रविवार को जब वह सुरक्षा बलों के साथ आतंकियों के ठिकानों की तरफ जा रहा था, तभी उसने विश्वा नाले में छलांग लगा दी। एक वायरल वीडियो में देखा गया कि वह तैरने की कोशिश करता है, लेकिन तेज बहाव में बह जाता है और डूब जाता है।
– ओवर ग्राउंड वर्कर इम्तियाज अहमद ने आतंकवादियों की मदद करने की बात कबूल थी
– जंगलों में छिपे आतंकियों को खाना और मदद देता था
– सुरक्षा बलों को लेकर आतंकियों के ठिकानों की तरफ जा रहा था
– तभी उसने विश्वा नदी में छलांग लगा दी, डूबकर मर गया#kulgam #kulgamUpdate pic.twitter.com/8jd2TluMxm— RAJESH KUMAR (@RajeshK38247873) May 5, 2025
परिवार और स्थानीय नेताओं ने पुलिस पर लगाए आरोप
मागरे के परिवार ने आरोप लगाया कि उसकी मौत पुलिस की हिरासत में हुई और इस घटना को राहत का रूप देने की कोशिश की जा रही है। पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने इस घटना को संदिग्ध बताया और न्यायिक जांच की मांग की। उन्होंने कहा, “इम्तियाज को दो दिन पहले उठाया गया और अब उसका शव नदी से बरामद हुआ है, यह गंभीर मामला है।” राज्य की समाज कल्याण मंत्री सकीना इटू ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और उपराज्यपाल से न्यायिक जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि “यह लड़का बेहद गरीब परिवार से था और उसकी मौत सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी में हुई है।”
पुलिस का बयान, नदी में कूदकर भागने की कोशिश की
पुलिस के अनुसार, “जब सुरक्षा बल इलाके में तलाशी अभियान (CASO) चला रहे थे, मागरे ड्रोन की निगरानी के बावजूद नदी के किनारे पहुंचा और वहां से भागने की कोशिश में नदी में कूद गया।” बाद में उसका शव अहरबल क्षेत्र में बरामद किया गया।