अमृतसर: महानगर में पिछले कई दिनों से एक लग्जरी गाड़ी घूम रही थी। नीली बत्ती लगी इस गाड़ी के आगे जुडिशल मैजिस्ट्रेट की नेमप्लेट लगी हुई थी। मगर जब जांच की गई तो पता चला कि गाड़ी में सवार जज नकली निकला है। इसके बाद जो थाना सदर की पुलिस ने जांच की तो पाया कि यह जज नकली है जिसे गिरफ्तार कर लिया है। एसीपी नार्थ वरिंदर सिंह खोसा ने बताया कि आरोपी मीशू ने उनसे अपने परिवार को सुरक्षा देने के लिए फोन किया था लेकिन पुलिस को शक हुआ तो उन्होंने कार्रवाई करते हुए जांच की। आरोपी मिशूधीर निवासी गली नंबर 1 शास्त्री नगर मजीठा रोड खुद को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट का जज बता रहा था। कुछ लोगों को इस गाड़ी पर शक हुआ।
जब पुलिस के पास सूचना पहुंची तो पुलिस द्वारा पहले इस मामले की गंभीरता से जांच की गई। न्यायिक प्रणाली के साथ जुड़े हुए अधिकारियों से संपर्क साधा गया तो पता चला कि इस नाम का कोई भी जज नहीं है। थाना सदर की पुलिस टीम ने सोमवार को नकली जज के घर में दबिश दी। इस पुलिस टीम की अध्यक्षता एसीपी विरंदर सिंह खोसा कर रहे थे। जब पुलिस पहुंची तो प्राइवेट गाड़ी पर झंडी लगी हुई थी। झंडी के साथ नीले रंग की बत्ती गाड़ी पर लगी हुई थी। गाड़ी के आगे ज्यूडीशियल मैजिस्ट्रेट लिखा हुआ था। पुलिस ने सबसे पहले गाड़ी को कब्जे में लिया।
इसके बाद नकली जज मिशूधीर से पूछताछ शुरू की गई। पहले तो उसने पुलिस पर पूरा रौहब दिखाया। खुद को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट जज बताते हुए पुलिस वालों को धमकी दी। उन्हें सस्पेंड करवाने और वर्दी तक उतरवाने की धमकी दी। मगर पुलिस पार्टी में शामिल आला अधिकारी पहले से ही अपनी जांच पूरी कर फिर छापेमारी करने पहुंचे थे। उन्हें पता था कि उन पर जो व्यक्ति धौस जमा रहा है वह नकली है। वह अपने जज होने का कोई भी सबूत पेश नहीं कर पाया । इस द्वारा उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। थाना सदर में विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। इस मामले में कई और खुलासे होने की संभावना है।