नई दिल्ली : हिंदू समर्थक कार्यकर्ता तेजस गौड़ा ने कर्नाटका के होटलों में अविवाहित जोड़ों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। उन्होंने राज्यभर के होटलों, रेस्तरां, लॉज, होम-स्टे और सर्विस अपार्टमेंट्स में अविवाहित जोड़ों को प्रवेश से रोकने के लिए याचिका दी है। आइए जानते हैं इस याचिका के बारे में विस्तार से।
याचिका में क्या कहा गया?
आपको बता दें कि तेजस गौड़ा ने कर्नाटका राज्य के डीजीपी को पत्र लिखकर यह शिकायत की है कि होटलों और अन्य प्रतिष्ठानों में अविवाहित जोड़ों को बिना किसी रोक-टोक के प्रवेश दिया जा रहा है। उनका कहना है कि इससे अनैतिक गतिविधियों को बढ़ावा मिल रहा है और इन प्रतिष्ठानों की प्रतिष्ठा पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। तेजस ने अपनी याचिका में यह भी दावा किया है कि सप्ताहांत के दौरान ट्रिप, लॉन्ग ड्राइव, बर्थडे पार्टी और बैचलर पार्टी जैसी घटनाओं के बहाने इन स्थानों पर अभद्र व्यवहार और अनैतिक प्रथाएं देखने को मिल रही हैं। उनका कहना है कि इससे उन परिवारों को असुविधा हो रही है जो इन प्रतिष्ठानों का उपयोग करने आते हैं, और यह सामाजिक मूल्यों को नुकसान पहुंचा रहा है।
OYO का उदाहरण
दरअसल, तेजस गौड़ा ने अपनी याचिका में OYO जैसे होटल बुकिंग प्लेटफॉर्म्स के उदाहरण का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि OYO ने हाल ही में अपने पार्टनर होटलों में अविवाहित जोड़ों को कमरे की बुकिंग से इनकार करने का निर्णय लिया है। तेजस के अनुसार, यह एक सकारात्मक कदम है क्योंकि इससे इन अनैतिक गतिविधियों पर नियंत्रण पाया जा सकेगा।
तेजस गौड़ा की अपील
तेजस गौड़ा ने सरकार से अपील की है कि कर्नाटका राज्य में अविवाहित जोड़ों को होटलों और अन्य स्थानों में प्रवेश से रोकने के लिए आदेश जारी किया जाए। उनका कहना है कि यह कदम सामाजिक मूल्यों की रक्षा करने और नैतिक मानकों को बनाए रखने के लिए आवश्यक है। उन्होंने तुरंत कार्रवाई की मांग की है और इस मुद्दे पर सरकारी आदेश जारी करने की अपील की है।
OYO का नया नियम
हाल ही में, ट्रैवल और होटल बुकिंग प्लेटफॉर्म OYO ने अपने पार्टनर होटलों के लिए एक नया नियम लागू किया है। इसके तहत, अब अविवाहित जोड़ों को OYO होटलों में चेक-इन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। केवल पति-पत्नी ही होटल में कमरा ले सकेंगे।
सबसे पहले उत्तर प्रदेश के मेरठ में लागू
यह नया नियम सबसे पहले उत्तर प्रदेश के मेरठ में लागू किया गया है। इस नियम का उद्देश्य होटलों में अविवाहित जोड़ों के ठहरने से होने वाली अनैतिक गतिविधियों को नियंत्रित करना है। OYO ने यह कदम अपने पार्टनर होटलों के साथ मिलकर उठाया है ताकि परिवारों और अन्य मेहमानों को कोई असुविधा न हो।
समाज में क्या असर पड़ेगा?
इस तरह की मांगें और नियमों का असर समाज पर क्या पड़ेगा, यह सवाल उठ रहा है। कुछ लोग इसे नैतिकता की रक्षा के तौर पर देख रहे हैं, तो वहीं कुछ इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने की कोशिश मानते हैं। इस मुद्दे पर समाज में विभाजन की स्थिति बन सकती है, क्योंकि यह सवाल निजी जीवन और समाजिक मान्यताओं के बीच संतुलन का है। इस तरह, तेजस गौड़ा की याचिका कर्नाटका में अविवाहित जोड़ों के होटल प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक नए विवाद को जन्म दे सकती है।