नेशनल डेस्क : महाशिवरात्रि के अवसर पर देशभर में शिव भक्तों का उमड़ा जनसैलाब विभिन्न शहरों और गांवों के शिव मंदिरों में श्रद्धालु अपनी श्रद्धा और भक्ति अर्पित करने पहुंचे। उत्तर प्रदेश के बस्ती , देवरिया, मध्य प्रदेश के बुरहानपुर, बिहार के वैशाली, छत्तीसगढ़ के जशपुर, हरियाणा के रोहतक और पूर्वी दिल्ली के विभिन्न मंदिरों में भारी संख्या में लोग सुबह-सुबह भगवान शिव की आराधना करने पहुंच रहे है। वहीं महाशिवरात्रि के दिन शिव भक्तों के लिए एक खुशी की खबर आई है। प्रसिद्ध केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए जाएंगे। यह खबर भक्तों के लिए बहुत ही शुभ और उत्साहवर्धक है। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…
केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि और समय
आपको बता दें कि केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को सुबह 7 बजे खोल दिए जाएंगे। यह जानकारी महाशिवरात्रि के मौके पर दी गई है, जो शिव भक्तों के लिए एक विशेष सौगात है। इसके अलावा, मंदिर के कपाट खुलने से पहले 27 अप्रैल को भगवान भैरवनाथ की पूजा की जाएगी और 28 अप्रैल को बाबा केदार की पंचमुखी डोली उखीमठ से केदारनाथ धाम के लिए रवाना होगी।
महाशिवरात्रि पर विशेष पूजा और यात्रा…
महाशिवरात्रि के दिन शिव भक्तों के लिए यह खबर किसी गुड न्यूज से कम नहीं है। 27 अप्रैल को भगवान भैरवनाथ जी की पूजा होगी, जिसके बाद 28 अप्रैल को बाबा केदार की पंचमुखी डोली उखीमठ स्थित श्री ओंकारेश्वर मंदिर से केदारनाथ धाम के लिए प्रस्थान करेगी। इसके बाद 2 मई को ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे।
रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है केदारनाथ
दरअसल, केदारनाथ मंदिर उत्तराखण्ड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है और यह हिंदू धर्म के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक है। यह मंदिर भारत के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है और चार धाम तथा पंच केदार यात्रा का भी हिस्सा है। यह मंदिर हिमालय की ऊँचाई पर स्थित है, और इसकी भौगोलिक स्थिति के कारण यह मंदिर केवल अप्रैल से नवंबर तक ही दर्शन के लिए खुलता है।
बर्फीले मौसम में भक्तों का स्वागत
केदारनाथ मंदिर की स्थिती हिमालय पर्वत की गोद में होने के कारण यहाँ का मौसम काफी ठंडा और कठिन होता है। इसके बावजूद, श्रद्धालु यहाँ की कठिन यात्रा को पार कर भगवान के दर्शन के लिए आते हैं। इस मंदिर में आने के लिए भक्तों को विशेष रूप से सर्दियों के महीनों में कठिनाई होती है, लेकिन फिर भी उनका उत्साह कम नहीं होता है। इस तरह, 2 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने से पहले 27 और 28 अप्रैल को भगवान भैरवनाथ की पूजा और बाबा केदार की डोली की यात्रा की प्रक्रिया शुरू होगी, जो श्रद्धालुओं के लिए एक उत्सव का माहौल बनेगी।