INDIA alliance danger ; नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां तेज होती दिख रही है। वहीं अब चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान भी कर दिया है। बता दें कि दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान होगा और नतीजों की घोषणा 8 फरवरी 2025 को की जाएगी। यह चुनाव दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए हों गे। दरअसल, दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के बीच कोई गठबंधन नहीं हुआ है। दोनों पार्टियां अलग-अलग चुनाव लड़ने का फैसला कर चुकी हैं, जबकि लोकसभा चुनाव में दोनों पार्टियां इंडिया गठबंधन का हिस्सा थीं।
इंडिया गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनाव के …
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने दिल्ली चुनावों को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर इंडिया गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए था, तो उसे अब खत्म कर देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनावों से उनका कोई लेना-देना नहीं है और दिल्ली के राजनीतिक दलों को खुद तय करना चाहिए कि भाजपा का मुकाबला कैसे करना है।
TMC और समाजवादी पार्टी का समर्थन
दरअसल, दिल्ली विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को अपना समर्थन देने का ऐलान किया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिल्ली के चुनाव में अरविंद केजरीवाल का समर्थन किया, जिसे केजरीवाल ने सोशल मीडिया पर आभार व्यक्त किया। इसके अलावा, समाजवादी पार्टी (SP) के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी आम आदमी पार्टी को समर्थन देने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) को हराने वाला किसी भी दल को सपा का समर्थन मिलेगा। साथ ही, उन्होंने यह साफ किया कि सपा दिल्ली विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगी और उनका पूरा समर्थन आम आदमी पार्टी को मिलेगा।
पुराना गठबंधन कांग्रेस के साथ, तेजस्वी
वहीं बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के हालिया बयान ने महागठबंधन के भविष्य पर सवाल उठाए हैं। तेजस्वी ने कहा कि इंडिया गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए था और अब बिहार में गठबंधन को लेकर कुछ निर्णय लेने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि उनका पुराना गठबंधन कांग्रेस के साथ है, लेकिन कांग्रेस और राजद के रास्ते अलग होने की संभावना भी जताई है।
सियासी घमासान जारी
दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों के बीच मंथन और बयानबाजी तेज हो गई है। एक ओर जहां आम आदमी पार्टी और कांग्रेस अलग-अलग लड़ने का फैसला कर चुकी हैं, वहीं दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने आप का समर्थन किया है। साथ ही, उमर अब्दुल्ला और तेजस्वी यादव के बयान ने सियासी पारा और बढ़ा दिया है।