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रंग पड़ जाने से न तो आपका ईमान खराब हो सकता है और न ही … संभल मस्जिद के शाही इमाम का फरमान

नेशनल डेस्क : 14 मार्च को होली का पावन पर्व मनाया जाएगा, वहीं इसी दिन जुमे की नमाज भी अदा की जाएगी। इस विशेष अवसर पर उत्तर प्रदेश के संभल जिले के CO अनुज चौधरी ने जिले के प्रशासन और पीस कमेटी के साथ बैठक की और यह सुनिश्चित किया कि होली खेलने के बाद.

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नेशनल डेस्क : 14 मार्च को होली का पावन पर्व मनाया जाएगा, वहीं इसी दिन जुमे की नमाज भी अदा की जाएगी। इस विशेष अवसर पर उत्तर प्रदेश के संभल जिले के CO अनुज चौधरी ने जिले के प्रशासन और पीस कमेटी के साथ बैठक की और यह सुनिश्चित किया कि होली खेलने के बाद मुसलमान जुमे की नमाज आराम से अदा कर सकें। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…

संभल मस्जिद के शाही इमाम का संदेश

आपको बता दें कि संभल के जामा मस्जिद के शाही इमाम कारी गाजी अशरफ हामिदी ने मुस्लिम समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण फरमान जारी किया है। इमाम ने कहा कि यदि होली का रंग किसी मुस्लिम पर गलती से लग जाए, तो इसे बुरा न मानें और मुस्कुराकर होली की मुबारकबाद देकर आगे बढ़ जाएं।

जानबूझकर रंग डालने की स्थिति में संदेश

इसके साथ ही इमाम ने यह भी कहा कि यदि कोई जानबूझकर रंग डालने की कोशिश करे, तो मुसलमानों को अपने पैगंबर (नबी) का अनुसरण करना चाहिए। उन्होंने कहा, “आप उस नबी के गुलाम हैं, जिस पर रोज कूड़ा डालने वाली औरत एक दिन कूड़ा नहीं डालने पर आप उसके घर उसकी खैरियत लेने गए थे।” इमाम ने यह उदाहरण देते हुए बताया कि अगर कोई इस तरह की गलती करता है, तो हमें अपनी सुंदरता और अच्छे आचरण से उसे सही रास्ता दिखाना चाहिए।

सौहार्दपूर्ण माहौल बनाने की अपील

शाही इमाम ने कहा कि रंग पड़ने से न तो किसी का ईमान खराब हो सकता है और न ही  जिंदगी में कोई बदलाव आता है। उन्होंने मुस्लिम समुदाय से यह अपील की कि इस अवसर पर हमें सौहार्दपूर्ण माहौल बनाए रखना चाहिए और एक-दूसरे के त्योहारों को समान आदर और समझ के साथ मनाना चाहिए।

संभल में शांति और सौहार्द बनाए रखने की कोशिश

संभल प्रशासन और पीस कमेटी ने इस संदर्भ में जरूरी कदम उठाए हैं ताकि दोनों त्योहार एक साथ शांतिपूर्ण तरीके से मनाए जा सकें। जुमे की नमाज और होली के अवसर पर शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है।

समाज में भाईचारे की भावना को बढ़ावा देना

इमाम कारी गाजी अशरफ हामिदी का यह संदेश सभी समुदायों के बीच भाईचारे और सामूहिक सौहार्द को बढ़ावा देने का काम करता है। उनका उद्देश्य इस समय को एकजुटता और प्रेम के रूप में मनाना है।

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