बिहार : जनसुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर को बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) परीक्षा में कथित धांधली को लेकर आमरण अनशन करने के कारण गिरफ्तार कर लिया गया है। पटना पुलिस ने देर रात उन्हें धरनास्थल से गिरफ्तार किया, जिसके बाद उनके समर्थक नाराज हो गए। समर्थकों का कहना है कि पुलिस ने प्रशांत किशोर की पिटाई भी की।
गांधी मैदान में खड़ी वैनिटी वैन जब्त
आपको बता दें कि प्रशांत किशोर पटना के गांधी मैदान में बैठकर बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे थे। यही उनका वैनिटी वैन गांधी मैदान के पास खड़ी थी। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने इस वैन को जब्त कर लिया और जिला परिवहन कार्यालय में ले जाया गया।
VIDEO | Bihar: The vanity van, which was parked in Patna’s Gandhi Maidan near to Prashant Kishor’s protest site, brought to District Transport Office by city police after the Jan Suraaj chief’s arrest earlier this morning. Prashant Kishor was on a fast unto death to press the… pic.twitter.com/0i7EPh80FX
— Press Trust of India (@PTI_News) January 6, 2025
जनसुराज पार्टी का आरोप पुलिस ने मारी थप्पड़
वहीं जनसुराज पार्टी ने प्रेस रिलीज जारी कर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। पार्टी के अनुसार, पुलिस ने प्रशांत किशोर को जबरन उठाकर अस्पताल ले गई और रास्ते में उन्हें थप्पड़ भी मारा। साथ ही, पुलिस ने गांधी मैदान में किसी को भी जाने से रोक दिया।
आंदोलन स्थल बदलने का आदेश
प्रशासन ने कहा कि प्रशांत किशोर और उनके समर्थकों को कई बार समझाया गया था कि वे आंदोलन स्थल बदलें। जिलाधिकारी के अनुसार, उन्हें गर्दनीबाग इलाके में आंदोलन करने के लिए नोटिस भी दिया गया था, क्योंकि वहां विरोध प्रदर्शन के लिए उचित स्थल है। प्रशासन ने यह भी कहा कि प्रशांत किशोर पूरी तरह से ठीक हैं।
आंदोलन की वजह और पुलिस कार्रवाई
जनसुराज पार्टी के नेता और बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं पीटी परीक्षा रद्द करने की मांग करने वाले प्रशांत किशोर 2 जनवरी की शाम से पटना के गांधी मैदान में भूख हड़ताल पर बैठे थे। उनकी तबीयत बिगड़ रही थी, जिसके बावजूद वे छात्रों की मांग को लेकर डटे हुए थे। पुलिस ने प्रशांत किशोर को गिरफ्तार करने के बाद उन्हें एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) भेज दिया गया था। अब बताया जा रहा है कि उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। फिलहाल उनकी तबीयत के बारे में कोई विशेष जानकारी नहीं दी गई है। गिरफ्तारी के बाद, प्रशांत किशोर के समर्थकों ने नाराजगी जताई है, और यह मामला बिहार ही नहीं पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है। अब देखने वाली बात यह होगी कि पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई के बाद प्रशांत किशोर के समर्थक और राज्य सरकार क्या कदम उठाते हैं।