UP DESK : उत्तर प्रदेश की राजनीति में कभी मजबूत पकड़ रखने वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में इन दिनों हलचल मची हुई है। रविवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक बड़ा फैसला लिया। उन्होंने अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया। इससे पहले उन्होंने आकाश के ससुर अशोक सिद्धार्थ को पार्टी से निकाल दिया था। यह मायावती का एक और सख्त कदम माना जा रहा है।
आकाश आनंद को सभी पदों से हटाया
बसपा प्रमुख मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी में दिए गए सभी पदों से हटा दिया है। कुछ समय पहले ही आकाश को पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन अब मायावती ने साफ कर दिया कि रिश्तों से ज्यादा उनके लिए पार्टी और मूवमेंट (बहुजन आंदोलन) जरूरी है।
आनंद कुमार और रामजी गौतम को बड़ी जिम्मेदारी
जहां एक तरफ आकाश आनंद को पार्टी के पदों से हटाया गया, वहीं मायावती के भाई आनंद कुमार और रामजी गौतम को नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाया गया है। यह फैसला बसपा को मजबूत करने के लिए लिया गया है।
मायावती ने कहा – “मेरे रहते कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा”
अपने फैसले की जानकारी देते हुए मायावती ने कहा कि जब तक वह जिंदा हैं, तब तक पार्टी में उनका कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा। उन्होंने कहा कि पार्टी और आंदोलन उनके लिए सबसे पहले हैं और रिश्तों को वह प्राथमिकता नहीं देंगी। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनके इस फैसले का दिल से स्वागत किया है।
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— Mayawati (@Mayawati) March 2, 2025
आनंद कुमार ने भी बदला फैसला
मायावती ने यह भी बताया कि उनके भाई आनंद कुमार ने अपनी संतान का विवाह एक गैर-राजनीतिक परिवार में कराने का फैसला किया है। इससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य में कोई भी रिश्तेदार पार्टी को नुकसान न पहुंचा सके, जैसा कि अशोक सिद्धार्थ के मामले में हुआ था।
पार्टी को आगे बढ़ाने का संकल्प
बसपा सुप्रीमो ने अपने कार्यकर्ताओं को भरोसा दिलाया कि वह अपनी आखिरी सांस तक पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए काम करेंगी। इसके अलावा, उन्होंने पार्टी की समीक्षा बैठक में कमियों पर चर्चा की और आगे के कार्यक्रमों के लिए जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए।