नई दिल्ली: इलैक्ट्रॉनिक्स उपकरण विनिर्माता एसर इंडिया ने महिला कर्मचारियों को हर महीने एक दिन का मासिक धर्म अवकाश देने की नीति शुरू की है। इसके साथ ही एसर उन कंपनियों की सूची में शामिल हो गई है जो महिलाओं के अनुकूल कार्यस्थल और समावेशन को बढ़ावा देने की कोशिश में लगी हुई हैं। कंपनी ने सोमवार को बयान में कहा कि उसका नया कदम महिला कर्मचारियों को उनके नियमित अवकाश अधिकारों को प्रभावित किए बगैर उनके मासिक धर्म स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने में मददगार होगा।
कंपनी ने कहा, ‘एसर इंडिया ने अधिक समावेशी और मददगार कामकाजी माहौल को बढ़ावा देने के लिए मासिक धर्म अवकाश नीति ‘मातृका’ शुरू की है। नीति के तहत महिला कर्मचारी हर महीने एक अतिरिक्त दिन का सवैतनिक अवकाश पाने की हकदार होंगी।’ एसर इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक हरीश कोहली ने कहा, ‘मातृका मासिक धर्म अवकाश नीति के साथ हम महिलाओं के स्वास्थ्य और कल्याण के बारे में बातचीत को सामान्य बनाने की दिशा में एक कदम उठा रहे हैं।’ मार्च की शुरुआत में दिग्गज समूह लार्सन एंड टुब्रो के लिए पहली बार महिला कर्मचारियों के लिए एक दिन का वैतनिक मासिक धर्म अवकाश की घोषणा की थी। स्विगी और ज़ोमैटो जैसी कंपनियों ने भी मासिक धर्म अवकाश की घोषणा की है।