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अडाणी पोर्ट लीड म्यामां बंदरगाह एपीएसईजेड ने तीन करोड़ डॉलर में म्यामां बंदरगाह का बिक्री सौदा पूरा किया

नयी दिल्ली: अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) ने कुल तीन करोड़ डॉलर में म्यामां बंदरगाह की बिक्री का सौदा पूरा कर लिया है। कंपनी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। एपीएसईजेड ने मई, 2022 में म्यामां बंदरगाह की बिक्री के लिए शेयर खरीद करार (एसपीए) की घोषणा की थी। एसपीए में परियोजना को.

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नयी दिल्ली: अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) ने कुल तीन करोड़ डॉलर में म्यामां बंदरगाह की बिक्री का सौदा पूरा कर लिया है। कंपनी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। एपीएसईजेड ने मई, 2022 में म्यामां बंदरगाह की बिक्री के लिए शेयर खरीद करार (एसपीए) की घोषणा की थी। एसपीए में परियोजना को पूरा करने और खरीदार को कारोबार करने के लिए सुगमता से जरूरी मंजूरियों जैसी शर्तें शामिल थीं। एपीएसईजेड ने बयान में कहा कि मंजूरी प्रक्रिया में देरी और कुछ शर्तों को पूरा करने की चुनौती के मद्देनजर एपीएसईजेड ने इसके लिए ‘जहां है, जैसा है’ के आधार पर स्वतंत्र मूल्यांकन हासिल किया था।

कंपनी ने कहा कि इसके बाद इस सौद पर नए सिरे से बातचीत हुई। यह सौदा तीन करोड़ डॉलर में हुआ है। बयान में कहा गया है कि खरीदार द्वारा कंपनी को सभी जरूरी अनुपालन पूरा करने के तीन कारोबारी दिन में इस राशि का भुगतान किया जाएगा। सौदे की पूरी राशि मिलने के बाद एपीएसईजेड खरीदार को इक्विटी का हस्तांतरण करेगी और इससे बाहर निकल जाएगी। एपीएसईजेड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) करण अडाणी ने कहा कि जोखिम समिति ने अक्टूबर, 2021 में जो सिफारिशें दी थीं उनके आधार पर कंपनी के निदेशक मंडल ने इस तरह का कदम उठाने की अनुमति दी थी।

यह परियोजना उस समय विवादों के घेरे में आ गई थी जब करण अडाणी के वरिष्ठ जनरल म्यामां सेना के प्रमुख मिन आंग हंिलग से मिलने की खबरें आई थीं। म्यामां की चुनी हुई सरकार का तख्तापलट किया था। अगस्त, 2021 में एपीएसईजेड ने कहा था कि म्यामां बंदरगाह में उसका निवेश अमेरिकी वित्त विभाग के विदेशी संपत्ति नियंत्रण कार्यालय द्वारा जारी प्रतिबंध दिशानिर्देशों का उल्लंघन नहीं करता है। अडाणी समूह की इकाई एपीएसईजेड देश की सबसे बड़ी बंदरगाह विकास कंपनी है।

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