नई दिल्ली: रिलायंस पावर ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए भूटान की अग्रणी कंपनी ग्रीन डिजिटल प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक दीर्घकालिक बिजली खरीद समझौते (Power Purchase Agreement – PPA) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह करार दक्षिण एशिया में स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग को नई दिशा देगा।ग्रीन डिजिटल भूटान की शाही सरकार की निवेश इकाई ड्रुक होल्डिंग एंड इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड (DHI) के स्वामित्व में है। इस समझौते के तहत, दोनों कंपनियों के बीच 50-50 प्रतिशत की भागीदारी में एक संयुक्त उद्यम स्थापित किया जाएगा, जो भूटान की अब तक की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा परियोजना को विकसित करेगा। इस परियोजना की कुल स्थापित क्षमता 500 मेगावाट होगी।
-बीओओ मॉडल के तहत होगा निर्माण
इस परियोजना का विकास ‘बनाओ-स्वामित्व रखो-चालू करो’ (Build-Own-Operate – BOO) मॉडल पर किया जाएगा। अनुमान है कि इसमें करीब 2,000 करोड़ रुपये का पूंजीगत निवेश किया जाएगा। यह भूटान के सौर ऊर्जा क्षेत्र में निजी क्षेत्र द्वारा किया गया अब तक का सबसे बड़ा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) होगा।
-क्षेत्रीय सहयोग को मिलेगा बल
रिलायंस पावर की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यह पहल न केवल भूटान की स्वच्छ ऊर्जा क्षमताओं को बढ़ाएगी, बल्कि दक्षिण एशिया में ऊर्जा सहयोग और सीमा पार बुनियादी ढांचे के विकास को भी मजबूती देगी। परियोजना का कार्यान्वयन अगले 24 महीनों में चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा।
-भविष्य की ऊर्जा जरूरतों का समाधान
यह संयुक्त परियोजना भूटान जैसे छोटे लेकिन पर्यावरण-संवेदनशील देश के लिए हरित ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी। साथ ही भारत और भूटान के बीच ऊर्जा संबंधों को भी नई मजबूती मिलेगी। यह करार न केवल निवेश और तकनीकी साझेदारी का प्रतीक है, बल्कि यह एशिया के उभरते ऊर्जा बाजारों में पर्यावरण अनुकूल विकास की दिशा में एक प्रेरणास्पद उदाहरण भी है।