बुडापेस्ट: अपोलो टायर्स शेष दुनिया से बेहतर प्रदर्शन कर रहे भारतीय बाजार को लेकर आशान्वित है। अपोलो टायर्स के वाइस चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक नीरज कंवर ने कहा है कि कंपनी अमेरिका और पश्चिम एशिया के बाजार में विस्तार करना चाहती है, इसलिए वह भारत को निर्यात केंद्र के रूप में देख रही है। भारत की टायर क्षेत्र की प्रमुख कंपनी वाणिज्यिक वाहनों के लिए डिजिटल टायर प्रबंधन सेवाओं की पेशकश करने वाले अपने नए उद्यम ‘एवॉल्व’ की शुरुआत के साथ मोबिलिटी सेवा कारोबार में उतरी है। कंपनी का लक्ष्य 2025-26 तक अपने वैश्विक राजस्व में निर्यात की हिस्सेदारी को बढ़ाकर 45 प्रतिशत करने का है।
कंवर ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘भारत को लेकर मैं आशान्वित हूं। भारत उन वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में से है, जिसकी स्थिति शेष दुनिया से बेहतर है। बुनियादी ढांचे पर सरकार के खर्च की वजह से वाणिज्यिक वाहन क्षेत्र की स्थिति बेहतर हुई है। इस क्षेत्र की वृद्धि सकारात्मक हो गई है। यात्री वाहन क्षेत्र की स्थिति में भी सुधार हुआ है।’’ उन्होंने कहा कि यूरोप में वित्त वर्ष के पहले छह माह मुश्किल और चुनौतीपूर्ण रहेंगे। अपोलो टायर्स के भविष्य के बारे में उन्होंने कहा कि भारत कंपनी के लिए एक निर्यात केंद्र बनता जा रहा है।
कंपनी की अन्य अंतरराष्ट्रीय बाजारों के अलावा अमेरिका और पश्चिम एशिया में विस्तार की योजना है। कंवर ने कहा, ‘‘भारत हमारे लिए निर्यात केंद्र बन रहा है। हम भारत में बहुत कुछ कर रहे हैं। लगभग 15 लाख यात्री कार टायर भारत से यूरोप आ रहे हैं जो बढ़ते रहेंगे। हमने आंध्र प्रदेश में एक नया कारखाना लगाया है।’’ उन्होंने बताया कि अभी कंपनी मुख्य रूप से अपने चेन्नई कारखाने से निर्यात कर रही है। कंपनी भारत और यूरोप के साथ दुनियाभर के 170 देशों में अपने उत्पाद बेचती है।