मेलबर्न: ऑस्ट्रेलिया के केंद्रीय बैंक ने इस वर्ष दूसरी बार अपनी प्रमुख नीतिगत ब्याज दर में कटौती की है, जिससे यह अब घटकर 3.85% पर आ गई है। मंगलवार को घोषित इस फैसले में ऑस्ट्रेलिया के रिज़र्व बैंक (RBA) ने दरों में 0.25 प्रतिशत अंकों की कटौती करते हुए इसे 4.1% से घटाया। यह कदम अर्थव्यवस्था को संतुलन की ओर ले जाने और मुद्रास्फीति को लक्षित दायरे में बनाए रखने के प्रयास का हिस्सा है।
इससे पहले फरवरी में भी बैंक ने ब्याज दरों में कटौती की थी, जब इसे 4.35% से घटाकर 4.1% किया गया था। अब दो कटौतियों के बाद दर 3.85% पर आ गई है, जो अक्टूबर 2020 के बाद सबसे निम्न स्तरों में से एक है।
-मुद्रास्फीति पर नजर
बैंक का मुख्य उद्देश्य मुद्रास्फीति को 2% से 3% के बीच के नियंत्रण लक्ष्य में रखना है। वर्तमान में कुल मुद्रास्फीति दर 2.4% पर स्थिर बनी हुई है, लेकिन अंर्तिनहित मुद्रास्फीति जिसमें अत्यधिक उतार-चढ़ाव वाले आंकड़े शामिल नहीं होते 2024 की अंतिम तिमाही में 3.2% पर थी।
-बेरोजगारी और श्रम बाजार का असर
जनवरी से मार्च की तिमाही में बेरोजगारी दर थोड़ी बढ़कर 4.1% हो गई, जो कि पिछली तिमाही में 4.0% थी। हालांकि यह वृद्धि मामूली है, लेकिन अर्थशास्त्रियों को चिंता है कि देश में कुशल श्रमिकों की कमी मुद्रास्फीति पर दबाव बढ़ा सकती है।
-अंतरराष्ट्रीय प्रभाव भी अहम
हालांकि अमेरिका और चीन के बीच शुल्क वृद्धि को 90 दिनों के लिए टालने के समझौते के चलते वैश्विक बाज़ारों में थोड़ी राहत देखी गई थी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में दरों में कटौती की संभावना पहले से ही बनी हुई थी।
-RBA का संतुलित रुख
विश्लेषकों का मानना है कि रिज़र्व बैंक का यह कदम अर्थव्यवस्था को धीमी गिरावट से बचाने और महंगाई को नियंत्रित रखने के लिए उठाया गया है। यदि श्रम बाजार और महंगाई के आंकड़े असंतुलन की ओर इशारा करते हैं, तो बैंक भविष्य में और समायोजन कर सकता है।