नई दिल्ली: चार देशों का समूह ईएफटीए भारत के साथ प्रस्तावित मुक्त व्यापार करार (एफटीए) के लिए मशीन टूल्स, उन्नत रसायन, फार्मा, चॉकलेट, नॉर्वे और आइसलैंड की मछली आदि उत्पादों पर व्यापार बाधाओं में कमी चाहता है। स्विट्जरलैंड की आर्थिक मामलों की मंत्री हेलेन बुडलिगर अर्टिडा ने यह बात कही है। उन्होंने कहा कि भारत के साथ ईएफटीए वस्तुओं, सेवाओं और बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) जैसे क्षेत्रों में एक महत्वाकांक्षी और व्यापक करार चाहता है।
भारत और यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (ईएफटीए) के देश आइसलैंड, लिकटेंस्टीन, नॉर्वे और स्विट्जरलैंड – दोनों क्षेत्रों के बीच आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से व्यापार और आर्थिक भागीदारी समझौते (टीईपीए) पर बातचीत कर रहे हैं। समझौते पर बातचीत आधिकारिक तौर पर जनवरी, 2008 में शुरू हुई थी। 2013 तक 13 दौर की बातचीत हुई थी। अक्टूबर, 2016 में बातचीत दोबारा शुरू होने के बाद कई दौर की वार्ता हो चुकी है।
अर्टिडा ने कहा, ‘‘वस्तुओं के व्यापार के संबंध में भारत ईएफटीए देशों के कई निर्यात पर उच्च शुल्क लागू करता है। हम स्पष्ट रूप से व्यापार बाधाओं में पर्याप्त कमी की उम्मीद कर रहे हैं, विशेष रूप से मशीन टूल्स, उन्नत रसायन, फार्मास्युटिकल्स, स्विस चॉकलेट और मछली जैसे उच्च मूल्य र्विधत उत्पादों के लिए।