नई दिल्ली: चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में भारत की बिजली खपत लगभग आठ प्रतिशत बढक़र 847 अरब यूनिट हो गई। देश की आर्थिक गतिविधियों में तेजी के चलते यह वृद्धि हुई।आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-सितंबर 2023-24 के दौरान बिजली की खपत बढक़र 847 अरब यूनिट हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 786 अरब यूनिट थी।उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि अप्रैल, मई और जून में बेमौसम बारिश ने बिजली की खपत को प्रभावित किया है।
ऐसा नहीं होता तो देश में इसकी वृद्धि दोहरे अंक में हो सकती थी।उन्होंने कहा कि अगस्त में उमस के कारण बिजली की मांग के साथ खपत में सुधार हुआ। इसके चलते अगस्त और सितंबर में बिजली की खपत बढ़ी।आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि बिजली की अधिकतम मांग अप्रैल-सितंबर 2023 के दौरान 241 गीगावॉट के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही में यह आंकड़ा 215.88 गीगावॉट था।