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Bharti Airtel बनी जम्मू-कश्मीर के इन इलाकों की पहली निजी दूरसंचार कंपनी

कंपनी ने बुधवार को बयान में कहा, ‘वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम’ के तहत एयरटेल ने कच्छल, बलबीर, राजदान दर्रा ताया टॉप, उस्ताद, काठी और चीमा जैसे गांवों को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ा है।

नई दिल्ली: भारती एयरटेल जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला और बांदीपुरा जिलों के करीब सात सीमावर्ती गांवों में मोबाइल सेवाएं शुरू करने वाली पहली निजी दूरसंचार कंपनी बन गई है। कंपनी ने बुधवार को यह जानकारी दी।

कंपनी ने बुधवार को बयान में कहा, ‘वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम’ के तहत एयरटेल ने कच्छल, बलबीर, राजदान दर्रा ताया टॉप, उस्ताद, काठी और चीमा जैसे गांवों को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ा है। इसमें कहा गया, ये गांव केरन, मच्छल, तंगधार, गुरेज और उरी घाटी क्षेत्रों में स्थित हैं, जो कुपवाड़ा, बारामूला और बांदीपुरा जिलों में फैले आते हैं।

एयरटेल इन क्षेत्रों में संचार सेवाएं प्रदान करने वाली एकमात्र निजी दूरसंचार संचालक है। कंपनी ने इन इलाकों में 15 मोबाइल टावर स्थापित किए हैं। इससे स्थानीय लोगों को फायदा मिलेगा और नियंत्रण रेखा पर तैनात सैनिकों को आवशय़क संचार सुविधा मिलेगी। बयान में कहा गया भारती एयरटेल ने उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास कुपवाड़ा, बारामूला और बांदीपुरा जिलों के गांवों में संपर्क स्थापित करने के लिए भारतीय सेना के साथ साझेदारी की है।

एयरटेल ने सैन्य ठिकानों के दूरदराज क्षेत्रों में नेटवर्क सेवाओं में सुधार तथा संपर्क बढ़ाने के लिए भारतीय सेना के साथ सहयोग किया है। हाल ही में, कंपनी ने गलवान नदी क्षेत्र और दौलत बेग ओल्डी (बीडीओ) में सफलतापूर्वक संपर्क स्थापित किया था जिसे भारत की सबसे उत्तरी सैन्य चौकी कहा जाता है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कई मौकों पर कहा है कि जून 2025 तक देश के सभी दूरदराज क्षेत्रों में दूरसंचार सुविधाएं पहुंच जाएंगी।

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