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Fresh Bus ने इंटरसिटी बस सेवाएं शुरू करने के लिए जुटाये 26 crore

नई दिल्ली: ईवी बस स्टार्टअप फ्रेशबस ने पूरे भारत में प्रीमियम इंटर-सिटी इलेक्ट्रिक बस सेवाओं को शुरु करने के लिए इक्जिगो ( ली ट्रैवेन्यूज टेक्नोलॉजी लिमिटेड) से 26 करोड़ रुपये की सीड फंडिंग हासिल करने की घोषणा की है। कंपनी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि अत्याधुनिक इलेक्ट्रिक बसों के साथ बस यात्रा के अनुभव में क्रांतिकारी बदलाव लाने के उद्देश्य से फ्रेशबस भारत में सुविधाजनक, किफायती और पर्यावरण के अनुकूल इंटर-सिटी बस यात्रा के लिए एक भविष्य का विकल्प पेश करेगा।

स्मार्ट बस प्लेटफॉर्म एक फुल-स्टैक बिजनेस मॉडल पर चलेगा, जिसमें शोर-मुक्त वातानुकूलित केबिन, आरामदायक बैठने की सुविधा, यूनिफॉर्म में सजा दोस्ताना चालक दल, आईओटी-सक्षम रियल-टाइम एयर-क्वालिटी और तापमान निगरानी, सुरक्षा सीसीटीवी, व्यक्तिगत चार्जिंग डॉक, वाई-फाई, रीयल-टाइम ट्रैकिंग, शराब की जांच सहित कई प्रकार की आधुनिक सेवाएं प्रदान की जाएंगी। फ्रेशबस 24 इलेक्ट्रिक बसों के लॉन्च के साथ हैदराबाद और बेंगलुरु से एक साथ अपनी सेवाएं शुरु करेगा और मार्च 2023 में इसके पहले परिचालन मार्गों की घोषणा करने की उम्मीद है।

ईवी बस स्टार्टअप की योजना अगले 2-3 सालों में अखिल भारतीय स्तर पर 1000 बसों तक विस्तार करने की है। मौजूदा इंटर-सिटी बस एग्रीगेटर्स के विपरीत, फ्रेशबस एक तकनीकी सक्षम स्मार्ट बस ऑपरेटर होगा जो फ्रेशबस मोबाइल ऐप और वेबसाइट के माध्यम से अपनी इलेक्ट्रिक इंटरसिटी बसों को सर्च करने, ट्रैक करने और बुकिंग करने के लिए यात्रियों के लिए ग्राहक अनुभव का निर्माण करेगा। इंटर-सिटी बस यात्रा के लिए बाजार का कुल आकार 20 अरब डॉलर के करीब है और अगले कुछ वर्षों में इसके और बढ़ने की उम्मीद है।

फ्रेशबस के संस्थापक और सीईओ सुधाकर रेड्डी चिर्रा ने फंडिंग के नए दौर पर बात करते हुए कहा, ‘‘फ्रेशबस भारत में इंटर-सिटी बस यात्रियों द्वारा सामने की जाने वाली समय की पाबंदी की कमी, अनिर्धारित स्टॉप, खराब ग्राहक सेवा, गैर पेशेवर कर्मचारी, निम्नतम सफाई, असुविधाजनक बोर्डिंग केंद्र, महिलाओं के लिए अस्वच्छ ठहराव केंद्र जैसी चुनौतियों के समाधान के साथ अस्तित्व में आया था।

फ्रेशबस का उद्देश्य गुणवत्ता और ग्राहक अनुभव पर जोर देकर इन मुद्दों का समाधान करना है ताकि बस यात्रा को सभी के लिए परेशानी मुक्त अनुभव बनाया जा सके। हम मौजूदा इंटर-सिटी सार्वजनिक परिवहन के लिए अधिक पर्यावरण अनुकूल और किफायती विकल्प प्रदान करेंगे, जिसमें फिलहाल जीवाश्म ईंधन (पेट्रोल-डीजल) वाली बसों का वर्चस्व है। एक फ्रेशबस से 90,000 लीटर डीजल की बचत होगी और एक वर्ष की अवधि में लगभग 200 टन कार्बन डाई ऑक्साइड का उत्सर्जन कम होगा। यह पर्यावरण पर लगभग 10,000 पेड़ों के प्रभाव के बराबर है।

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