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छोटे शहरों में 2024 में दिखी शानदार Job Growth, उदयपुर और इंदौर रहे आगे

Job Growth

Job Growth

नई दिल्ली : इंदौर, उदयपुर, भुवनेश्वर और जयपुर में इस साल Job Growth शानदार रही है। इसमें 17 प्रतिशत के साथ उदयपुर शीर्ष पर रहा है। यह जानकारी सोमवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई। इंदौर नौकरियों में 14 प्रतिशत की बढ़त के साथ दूसरे नंबर पर था। नौकरी डॉट कॉम की ओर से निकाली गई रिपोर्ट में कहा गया कि उदयपुर और इंदौर के अलावा जयपुर और अहमदाबाद जैसे उभरते हुए शहर भी जॉब मार्केट का नेतृत्व कर रहे हैं। आईटी, ऑयल एंड गैस और कंस्ट्रक्शन जैसे क्षेत्रों में वृद्धि दर दोहरे अंक में है। रिपोर्ट में बताया गया कि जयपुर टेक हब के रूप में तेजी से उभर रहा है और तीसरी तिमाही में आईटी नौकरियों में भर्तियों में 48 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वहीं, अहमदाबाद में भी ऑयल एंड गैस, कंस्ट्रक्शन/इंजीनियरिंग और अकाउंट/फाइनेंस की नौकरियों में वृद्धि हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 की दूसरी तिमाही से नौकरियों के परिदृश्य में स्थिरता आनी शुरू हो गई थी। तीसरी तिमाही तक भर्तयिों में वापस मजबूत बढ़त देखी गई। इसका नेतृत्व आईटी सेक्टर द्वारा किया गया और उभरते शहरों में नौकरियों के अधिक अवसर पैदा हुए

14-47 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ तकनीक दक्षता वाले टैलेंट की मांग ने वृद्धि दर को उजागर किया
रिपोर्ट में बताया गया कि चेन्नई, हैदराबाद और पुणो जैसे मेट्रो शहरों ने सुधार में अग्रणी भूमिका निभाई है, विशेष रूप से पुणो ने वर्ष की दूसरी छमाही में मजबूत वापसी की है, जहां तीसरी तिमाही के दौरान भर्ती में 13 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। रिपोर्ट में कहा गया कि 2024 में एआई/एमएल सेक्टर में मजबूती देखी गई। वर्ष के दौरान 14-47 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ तकनीक दक्षता वाले टैलेंट की मांग ने वृद्धि दर को उजागर किया। एफएमसीजी सेक्टर ने भी अलग-अलग तिमाहियों में सकारात्मक वृद्धि दर को बनाए रखा। इस सेक्टर में पहली तिमाही में सपाट ट्रेंड देखा गया और तीसरी तिमाही तक वृद्धि दर 20 प्रतिशत रही। इसी तरह फार्मा/बायोटेक ने भी स्वास्थ्य सेवा की मौजूदा जरूरतों का लाभ उठाते हुए तेजी को जारी रखा। बैंकिंग और वित्तीय सेवा क्षेत्र में वर्ष के दौरान मामूली वृद्धि देखी गई, जबकि बीमा क्षेत्र ने दूसरी तिमाही में 37 प्रतिशत की वृद्धि के साथ तेज उछाल दर्ज किया, जो कि पहली तिमाही की सुस्ती के बाद वित्तीय सुरक्षा की बढ़ती मांग से प्रेरित था। रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष की दूसरी छमाही में गैर-आईटी क्षेत्रों में फ्रेशर हायरिंग में वृद्धि देखी गई।

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