नयी दिल्ली: निजी बीमा कंपनी आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस ने इनपुट कर क्रेडिट (आईटीसी) के दावों में गड़बड़ी पर जीएसटी विभाग की तरफ से कर देनदारी की मांग आने का खंडन किया है। कंपनी ने बुधवार को शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा कि उसे जीएसटी आसूचना महानिदेशालय (डीजीजीआई) से अनुमानित कर देनदारी का एक नोटिस मिला था जिसमें किए गए दावे को उसने खारिज कर दिया है।
इसके साथ ही उसने कहा कि जीएसटी विभाग से उसे कर देनदारी के बारे में कोई कारण-बताओ नोटिस नहीं मिला है। जीएसटी अधिकारियों ने हाल ही में कहा था कि एक दर्जन से अधिक बीमा कंपनियों ने गलत बिलों के आधार पर इनपुट कर क्रेडिट के दावे किए थे। इन सभी कंपनियों को नोटिस भेजे जा रहे हैं। इस पर अपनी प्रतिक्रिया में आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ने कहा कि डीजीजीआई की मौजूदा जांच बीमा उद्योग में जारी चलन से संबंधित है और इसका कंपनी से खास संबंध नहीं है। इन कंपनियों ने विज्ञापन एवं विपणन संबंधी बिल गलत तरीके से लगाए।