नई दिल्ली: भारत में अमरीकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा कि कार्बन-मुक्त राह पर आगे बढ़ने से भारत में लाखों नौकरियों का सृजन होगा। ‘यूएस-इंडिया क्लाइमेट टैक्नोलॉजिज एक्शन ग्रुप-फोरम ऑन डीकाबरेनाइजिंग पाथवेज’ को संबोधित करते गार्सेटी ने कहा, ‘भारत इस क्षेत्र और दुनिया के लिए ऐसा (कार्बन मुक्त या हरित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना) भी कर सकता है..जिसे एक अगुवा के रूप में देखा जा सकता है..जो भारत पहले ही है।’
उन्होंने कहा कि कार्बन मुक्त (डीकाबरेनाइजिंग) राह अपनाकर भारत अगले 20 साल में लाखों नौकरियों का सृजन कर सकता है। अमरीकी राजदूत ने कहा, ‘मैं आपको गारंटी देता हूं, जितनी जल्दी हम यह (डीकाबरेनाइजिंग) करेंगे, नौकरियों के उतने ही अधिक अवसर उत्पन्न होंगे।
भारत इसे सबसे पहले अपने लिए करेगा।’ राजदूत ने इस पर भी जोर दिया कि अमरीका-भारत की दोस्ती आज दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण साझेदारी है। उन्होंने कहा कि भारत, अमेरिका के साथ मिलकर दुनिया में हरित हाइड्रोजन का स्तंभ बन
सकता है।