नई दिल्ली: सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री अजय टम्टा ने शुक्रवार को कहा कि भारत हरित परिवहन क्रांति के मुहाने पर खड़ा है। उन्होंने कहा कि भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) बाजार में 2030 तक 20 लाख करोड़ रुपये का होने की क्षमता है। केंद्रीय राज्यमंत्री टम्टा यहां भारत मंडपम मं 21वें ईवी एक्सपो में खालसा ईवी की बैटरी चालित तिपहिया वाहनों की नई श्रृंखला पेश करने के मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा, भारत हरित परिवहन क्रांति के मुहाने पर खड़ा है। भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में 2030 तक 20 लाख करोड़ रुपये का होने की क्षमता है, जिससे पूरे ईवी पारिस्थितिकी तंत्र में पांच करोड़ नौकरियां पैदा होंगी। टम्टा ने कहा, इलेक्ट्रिक वाहन सिर्फ परिवहन का एक साधन नहीं हैं, वे एक टिकाऊ और आत्मनिर्भर भविष्य के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
उत्पादों की नवीनतम श्रृंखला पर टिप्पणी करते हुए खालसा ई-व्हीकल्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक शिवम नारंग ने कहा, हमारा ध्यान राष्ट्रीय इलेक्ट्रिक मोबिलिटी मिशन योजना (एनईएमएमपी) के साथ जुड़ा हुआ है जिसका उद्देशय़ देश में हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देकर राष्ट्रीय ईंधन सुरक्षा हासिल करना है।
खालसा ईवी ने अपने नवीनतम तिपहिया मॉडल एल5 का अनावरण किया, जिसका नाम लुका है। यह 200 किलोमीटर की रेंज वाली हाई-स्पीड लिथियम-आयन बैटरी द्वारा संचालित है, जो भारत में अपनी श्रेणी में पहला है। यह मॉडल यात्री और माल ढुलाई, दोनों संस्करणों में उपलब्ध होगा।