एडिसन: वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि आज भारत अवसरों की जमीन है और यह वैश्विक और अमेरिकी कंपनियों की आपूर्ति श्रृंखलाओं और निवेश पोर्टफोलियो में ‘भरोसेमंद भागीदार’ बन सकता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि देश जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और बदलाव लाने वाले सुधार और युवा आबादी भविष्य की वृद्धि को गति देंगे। उन्होंने रविवार को यहां एक स्वागत समारोह में प्रवासी भारतीयों और भारतीय-अमेरिकी समुदाय को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैं आप सभी से इस संदेश को दुनिया, अमेरिकियों और अमेरिकी कंपनियों और प्रभाव वाले क्षेत्रों में ले जाने का आग्रह करूंगा कि भारत आपकी आपूर्ति श्रृंखला, आपके निवेश पोर्टफोलियो तथा कारोबार में विश्वसनीय भागीदार हो सकता है।’’
गोयल रविवार को न्यूयॉर्क पहुंचे। वह 11 जनवरी तक यहां की आधिकारिक यात्रा पर हैं। इस दौरान वह वांशिगटन डीसी भी जाएंगे। यात्रा के पहले चरण में वह बहुराष्ट्रीय कंपनियों के मुख्य कार्यपालक अधिकारियों (सीईओ) के साथ बैठक करेंगे। उद्योग जगत के दिग्गजों तथा शोध संस्थानों के साथ गोलमेज बैठकों में शामिल होंगे और न्यूयॉर्क के उद्योगों का दौरा करेंगे। वह 11 जनवरी को वांशिगटन में 13वें व्यापार नीति मंच (टीपीएफ) की बैठक में भाग लेंगे और अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कैथरीन ताई के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे। प्रवासी भारतीय दिवस 2023 की पूर्व संध्या पर न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्यदूत रणधीर जायसवाल और प्रवासी भारतीय समुदाय के सदस्यों द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गोयल ने कहा कि आपके लोगों के पूर्वज बेहतर जीवन की तलाश में अमेरिका आए थे।’’
उन्होंने कहा कि अमेरिका ने आपको काफी कुछ दिया है और मुझे विश्वास है कि आपने अमेरिका को इसका कई गुना लौटाया है। आज भारत अवसरों की जमीन है। गोयल ने कहा, ‘‘आज भारत महाशक्ति बनने के लिए आपका योगदान चाहता है। हम भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए काम कर रहे हैं। मुझे विश्वास है कि प्रवासी भारतीय भारत को 100 साल पहले का गौरव दिलाने में योगदान करेंगे।’’ गोयल ने इस बात को रेखांकित किया कि महामारी की वजह से लागू लॉकडाउन और आर्थिक दबाव से भारत काफी तेजी से उबरा है। सभी क्षेत्रों के लिए वृद्धि के लिहाज से पिछला साल काफी अच्छा रहा है।
इसके अलावा हमारे अंतरराष्ट्रीय संपर्क भी मजबूत हुए हैं। गोयल ने कहा कि देश का निर्यात पहली बार 670 अरब डॉलर के आंकड़े को पार कर गया है। प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) भी सर्वकालिक उच्चस्तर पर है। 2021-22 में देश को 84 अरब डॉलर का विदेशी निवेश मिला है। उन्होंने कहा कि आज भारत में निवेश पर सबसे अच्छा प्रतिफल या रिटर्न मिल रहा है। किसी अन्य देश की तुलना में यह कहीं अधिक है। गोयल ने कहा कि जी20 की अध्यक्षता के दौरान हम दुनिया को अपनी क्षमताओं और योगदान के बारे में बताएंगे।