नई दिल्ली: जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) मोनेट पावर को परिचालन में लाने के लिए 1,500 करोड़ रुपये तक का निवेश करेगी। जेएसपीएल ने हाल में मोनेट पावर का अधिग्रहण किया है। कंपनी के प्रबंध बिमलेंद्र झा ने यह जानकारी दी। उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा कि यह निवेश अगले 12 से 18 माह की अवधि में किया जाएगा। दिसंबर, 2022 में इस्पात विनिर्माता ने दिवाला मार्ग से 410 करोड़ रुपये में कर्ज से बोझ से दबी मोनेट पावर का अधिग्रहण किया था। 1,050 मेगावॉट की निर्माणाधीन कोयला आधारित बिजली परियोजना ओडिशा के अंगुल में जेएसपीएल के इस्पात संयंत्र के पास स्थित है।
झा ने कहा, ‘‘हम संयंत्र को चालू करने के लिए 1,500 करोड़ रुपये तक का नया निवेश करेंगे। यह राशि अगले 12-18 महीनों की अवधि में लगाई जाएगी।’’ यह संयंत्र पूरा होने के बाद अंगुल में जेएसपीएल के इस्पात संयंत्र को बिजली प्रदान करेगा। मोनेट पावर के लिए कोयला जेएसपीएल की उत्कल बी1 और बी2 खदानों से लिया जाएगा। पिछले साल जेएसपीएल ने ई-नीलामी प्रक्रिया में अंगुल के पास लगभग 34.7 करोड़ टन भंडार के दो कोयला ब्लॉक हासिल किए थे। ओपी जिंदल समूह का इकाई जेएसपीएल की दुनियाभर में 90,000 करोड़ रुपये के निवेश के साथ इस्पात, बिजली और खनन क्षेत्रों में महत्वपूर्ण उपस्थिति है।