कपड़े की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए प्रयोगशालाएं स्थापित की जाएंगी: Goyal

मुंबई: केंद्रीय कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कहा कि सरकार घरेलू उपभेक्ताओं के साथ ही निर्यात बाजारों के लिए कपास और वस्त्रों की उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित करने को लेकर देश भर में 10-11 परीक्षण प्रयोगशालाएं स्थापित करने की योजना बना रही है।वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की भी जिम्मेदारी संभाल रहे गोयल ने कहा,.

मुंबई: केंद्रीय कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कहा कि सरकार घरेलू उपभेक्ताओं के साथ ही निर्यात बाजारों के लिए कपास और वस्त्रों की उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित करने को लेकर देश भर में 10-11 परीक्षण प्रयोगशालाएं स्थापित करने की योजना बना रही है।वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की भी जिम्मेदारी संभाल रहे गोयल ने कहा, ‘‘मैंने कपड़ा मंत्रालय, उपभेक्ता मामलों के विभाग के साथ चर्चा की है। वे उच्च गुणवत्ता वाले कपास और कपड़ा परीक्षण प्रयोगशालाओं की स्थापना के लिए भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के साथ मिलकर काम करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘अगले 15 दिनों में यानी 16 दिसंबर तक, हम लगभग 60-70 लाख डॉलर के निवेश के साथ देश भर में प्रयोगशालाओं को मंजूरी देंगे।अंतर्राष्ट्रीय कपास सलाहकार समिति (आईसीएसी) की शनिवार को शुरू हुई चार दिवसीय 81वीं पूर्ण बैठक को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि देश के विभिन्न हिस्सों में सबसे आधुनिक और उच्च गुणवत्ता वाली परीक्षण प्रयोगशालाएं खुलें। ताकि हम यह सुनिश्चित कर सके कि….उपभेक्ताओं तक जो वस्त्र पहुंचे और जो निर्यात हो, उसकी गुणवत्ता बेहतर हो।’’
गोयल ने कहा कि सरकार शुरुआत में देश के विभिन्न हिस्सों में 10-11 प्रयोगशालाएं शुरू करेगी। मंत्री ने कहा, ‘‘निजी क्षेत्र, विशेषकर किसानों को समर्थन देने के लिए इन प्रयोगशालाओं के लिए 100 प्रतिशत वित्त पोषण केंद्र सरकार करेगी। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि धीरे-धीरे उन्हें बेहतर गुणवत्ता वाले कपास के उत्पादन के लिए मान्यता मिल सके और उन्हें इसके लिए अच्छा मूल्य मिलना शुरू हो जाए। गोयल ने ‘कस्तूरी कॉटन भारत’ ब्रांड भी पेश किया। यह देश का एक मूल्यर्विधत प्रीमियम गुणवत्ता वाला कपास है।
उन्होंने यह भी कहा कि मूल्य श्रृंखला और प्रौद्योगिकी में सामूहिक प्रयासों से सरकार को भरोसा है कि देश का कपड़ा उद्योग 2030 तक 250 अरब डॉलर का हो सकता है और कपड़ा निर्यात 2030 तक 100 अरब डॉलर तक बढ़ सकता है। इस बीच, पांच दिसंबर को शुरू होने वाली पूर्ण बैठक में लगभग 400 प्रतिनिधि भाग लेंगे। इसमें 35 देशों के 300 विदेशी प्रतिनिधि शामिल हैं। इनमें विभिन्न कपास उत्पादक और उपभेक्ता देशों के सरकारी प्रतिनिधि, उद्योगपति, व्यापार प्रतिनिधि, वैज्ञानिक और शोधकर्ता शामिल हैं।
- विज्ञापन -

Latest News