नई दिल्ली: केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मांडविया ने रविवार को श्रम कल्याण के लिए बजटीय आवंटन की सराहना करते हुए कहा कि गिग कर्मचारियों के लिए सामाजिक सुरक्षा एक परिवर्तनकारी कदम है। ई-कॉमर्स मंचों के लिए डिलिवरी आदि सेवाएं देने वाले अस्थायी कर्मचारियों को ‘गिग वर्कर्स’ कहा जाता है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को ऑनलाइन मंच से जुड़े एक करोड़ गिग कर्मचारियों के लिए एक सामाजिक सुरक्षा योजना की घोषणा करते हुए कहा कि सरकार उन्हें पहचान पत्र प्रदान करेगी और ई-श्रम पोर्टल पर उनके पंजीकरण की सुविधा प्रदान करेगी। इस कदम से इन कर्मचारियों को विभिन्न सरकारी एजेंसियों द्वारा संचालित सामाजिक कल्याण योजनाओं का लाभ प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
श्रम मंत्रालय ने बयान में कहा कि केंद्रीय बजट 2025-26 भारत के श्रम कल्याण परिदृशय़ में एक ऐतिहासिक पहल है, जिसमें गिग कर्मचारियों को औपचारिक मान्यता और सामाजिक सुरक्षा लाभ देने के लिए एक व्यापक रूपरेखा है। इस निर्णय की सराहना करते हुए मांडविया ने देशभर में एक करोड़ से अधिक गिग कर्मचारियों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता की सराहना की।