तेल तिलहन कीमतें घट-बढ़ का रुख लिए बंद हुई

नयी दिल्ली: देश के तेल-तिलहन बाजारों में शनिवार को कारोबार का मिला जुला रुख रहा। एक ओर जहां सोयाबीन दिल्ली एवं इंदौर तेल में सुधार आया वहीं सोयाबीन डीगम तेल के थोक भाव पूर्व पूर्वस्तर पर बंद हुए। नये फसल की आवक अगले 10-15 दिनों में शुरु होने की उम्मीद के बीच सोयाबीन तिलहन में.

नयी दिल्ली: देश के तेल-तिलहन बाजारों में शनिवार को कारोबार का मिला जुला रुख रहा। एक ओर जहां सोयाबीन दिल्ली एवं इंदौर तेल में सुधार आया वहीं सोयाबीन डीगम तेल के थोक भाव पूर्व पूर्वस्तर पर बंद हुए। नये फसल की आवक अगले 10-15 दिनों में शुरु होने की उम्मीद के बीच सोयाबीन तिलहन में गिरावट आई। इसके अलावा सामान्य कारोबार के दौरान बिनौला तेल कीमतों में भी सुधार देखा गया। दूसरी ओर सोयाबीन तिलहन के अलावा आयातित तेलों की बहुतायत के दवाब में कच्चा पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तेल कीमतों में गिरावट देखी गई। सामान्य कारोबार के बीच सरसों एवं मूंगफली तेल तिलहन और सोयाबीन डीगम तेल की थोक कीमतें पूर्वस्तर पर बंद हुई।

बाजार सूत्रों ने कहा कि आयातक बैंकों का भुगतान करने के दवाब में आयातित तेल लागत से कम भाव पर बेच रहे हैं। उन्होंने कहा कि सोयाबीन के मामले में नयी फसल की आवक जल्द शुरु होने की संभावना को देखते हुए जहां सोयाबीन तिलहन की कीमतों में मामूली गिरावट रही। सोयाबीन दिल्ली एवं इंदौर तेल कीमतों में सुधार देखने को मिला क्योंकि इनके दाम पहले के निचले स्तर से थोड़ा उठे हैं जिससे यह सुधार दिख रहा है। सोयाबीन डीगम तेल के आयात का भाव बैठता है 90-91 रुपये किलो और बंदरगाहों पर यह 86 रुपये किलो के भाव बिक रहा है। सोयाबीन डीगम आयात करने में 3-4 रुपये किलो का नुकसान है और इस तेल को रिफाइंड करने में भी 2-3 रुपये किलो का नुकसान है। इस वजह से सोयाबीन डीगम तेल पूर्वस्तर पर बंद हुआ।

सूत्रों ने कहा कि सीपीओ और पामोलीन में गिरावट इसलिए है क्योंकि सूरजमुखी तेल को रिफाइंड करने के बाद लागत 85 रुपये किलो की आती है। वहीं, सीपीओ से पामोलीन बनाने के बाद लागत 85.50 रुपये किलो बैठती है। यानी सूरजमुखी और पामोलीन भाव के भाव लगभग बराबर बैठते हैं। ऐसे में खुदरा दुकानदार सूरजमुखी खरीदने में दिलचस्पी लेते हैं। बाजार में आवक कम होने के बीच सरसों तेल तिलहन कीमतें अपरिर्वितत रहीं। सीमित लिवाली और मूंगफली के भाव ऊंचे होने से मूंगफली तेल तिलहन कीमतें भी पूर्वस्तर पर बंद हुए। मूंगफली के भाव अलग अलग स्थानों पर गुणवत्ता की वजह से अलग -अलग हैं लेकिन रिफाइंड होने के बाद गुणवत्ता का अंतर समाप्त हो जाता है। गुजरात में अच्छी गुणवत्ता वाले मूंगफली तेल का दाम 180 रुपये किलो है, जहां मूंगफली तेल कच्चा (बिना रिफाइंड किया हुआ) खाया जाता है। राजस्थान में मूंगफली तेल 150-160 रुपये किलो है।

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