नई दिल्ली: एक नई रिपोर्ट के अनुसार भारत में महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप में फंडिंग 2014 में 183 स्टार्टअप से घटकर इस साल अब तक केवल 7 रह गई है। महिलाओं के नेतृत्व वाली कंपनियों के लिए फंडिंग परिदृश्य में राऊंड की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जो 2014 में 171 से बढ़कर 2022 में 460 हो गई। हालांकि अग्रणी मार्कीट इंटैलिजैंस प्लेटफॉर्म ट्रैक्सन की एक रिपोर्ट के अनुसार 2023 में भारी गिरावट आई और राऊंड की संख्या घटकर 185 रह गई।
जोमैटो, बायजू लेंसकार्ट और जेरोधा भारत के शीर्ष 10 महिला नेतृत्व वाले स्टार्टअप में से हैं। आंकड़ों से पता चलता है कि बेंगलुरु में 1783 महिला नेतृत्व वाले स्टार्टअप हैं, जो अहमदाबाद के बिल्कुल विपरीत है, जहां 181 महिला नेतृत्व वाले स्टार्टअप हैं। इस बीच भारत में इस साल एक तिमाही में तकनीकी फंडिंग में लगातार तीसरी गिरावट देखी गई, जुलाई-सितंबर अवधि में पिछले पांच वर्षों में सबसे कम फंड वाली तिमाही बन गई।
ट्रैक्सन के अनुसार 2023 की तीसरी तिमाही में फंडिंग में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई, कुल 1.5 बिलियन डॉलर जुटाए गए, जो पिछली तिमाही से 29 प्रतिशत की कमी और 2022 तीसरी तिमाही की तुलना में 54 प्रतिशत की भारी गिरावट है। अंतिम चरण के दौर में 33 प्रतिशत की कमी देखी गई, जबकि प्रारंभिक चरण और प्रारंभिक चरण की फंडिंग में पिछले वर्ष की समान तिमाही की तुलना में क्रमश: 74 प्रतिशत और 75 प्रतिशत की गिरावट आई।