नई दिल्ली: माइक्रोसॉफ्ट के स्वामित्व वाली चैटजीपीटी के डेवलपर ओपनएआई अब सुरक्षा शोधकर्ताओं को खामियां पकड़ने के लिए 20,000 डॉलर तक की पेशकश कर रही है, ताकि कंपनी को सद्भावनापूर्ण हैकिंग और दुर्भावनापूर्ण हमलों के बीच अंतर करने में मदद मिल सके, क्योंकि इसे पिछले महीने सुरक्षा उल्लंघन का सामना करना पड़ा था। ओपनएआई ने चैटजीपीटी और अन्य उत्पादों के लिए एक बग बाउंटी प्रोग्राम लॉन्च किया है, जिसमें कहा गया है कि अधिकांश निष्कर्षों के लिए प्राथमिकता रेटिंग ‘बगक्राउड वल्नेरेबिलिटी रेटिंग टैक्सोनॉमी’ का उपयोग करेगी। एआई रिसर्च कंपनी ने कहा, ‘‘हमारा पुरस्कार कम गंभीरता वाले निष्कर्षों के लिए 200 डॉलर से लेकर असाधारण खोजों के लिए 20,000 डॉलर तक है।’’ हालांकि, सुरक्षा शोधकर्ता अन्य लोगों द्वारा बनाए गए प्लगइन्स पर सुरक्षा परीक्षण करने के लिए अधिकृत नहीं हैं।
ओपनएआई एथिकल हैकर्स को गोपनीय ओपनएआई कॉरपोरेट जानकारी को सुरक्षित रखने के लिए भी कह रहा है जो थर्ड पार्टी के माध्यम से उजागर हो सकती है। इस श्रेणी के कुछ उदाहरणों में गूगल वर्कस्पेस, असाना, ट्रेलो, जीरा, मंडे डॉट कॉम, जेनडेस्क, सेल्सफोर्स और स्ट्राइप शामिल हैं। कंंपनी ने सूचित किया, ‘‘आप इन कंपनियों के विरुद्ध अतिरिक्त सुरक्षा परीक्षण करने के लिए अधिकृत नहीं हैं। परीक्षण सभी कानूनों और सेवा की लागू शर्तों का पालन करते हुए गोपनीय ओपनएआई जानकारी खोजने तक सीमित है। ये कंपनियां उदाहरण हैं, और ओपनएआई जरूरी नहीं कि उनके साथ कारोबार करे।’’ पिछले महीने, ओपनएआई ने स्वीकार किया था कि कुछ उपयोगकर्ताओं की भुगतान जानकारी तब उजागर हो सकती है जब इसने चैटजीपीटी को एक बग के कारण ऑफलाइन ले लिया। कंपनी के अनुसार, ओपन-सोर्स लाइब्रेरी में एक बग के कारण इसने चैटजीपीटी को ऑफलाइन कर दिया, जिससे कुछ उपयोगकर्ता दूसरे सक्रिय उपयोगकर्ता के चैट इतिहास से शीर्षक देख सकते थे।