नई दिल्ली: डिजिटल भुगतान मंच पेटीएम के संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विजय शेखर शर्मा ने शनिवार को कहा कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) और वन97 कम्युनिकेशन लिमिटेड (ओसीएल) दो अलग-अलग कंपनियां हैं और इनका परिचालन काफी दूरी रखते हुए किया जाता है। शर्मा ने पेटीएम की संचालक कंपनी वन97 कम्युनिकेशन के दूसरी तिमाही के नतीजों पर एक चर्चा के दौरान कहा कि कंपनी को कर्ज कारोबार की वृद्धि के लिए कंपनी को नए ग्राहकों की जरूरत नहीं है।
उनका इशारा भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा पीपीबीएल पर नए ग्राहक जोड़ने पर लगाए गए प्रतिबंध की तरफ था। आरबीआई ने वित्त वर्ष 2021-22 में पीपीबीएल को 11 मार्च, 2022 से नए ग्राहक जोड़ने से प्रतिबंधित कर दिया था।इस प्रतिबंध के संभावित असर पर शर्मा ने कहा, ह्लपेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड और पेटीएम दो बहुत अलग-अलग कंपनियां हैं, जिनमें थोड़ी नहीं बल्कि बहुत दूरी है।ह्व पीपीबीएल पेटीएम की एक समूह कंपनी है, जिसमें उसकी 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
हालांकि, पेटीएम के दस्तावेज पीपीबीएल को कंपनी के सहयोगी के रूप में दिखाती हैं न कि अनुषंगी कंपनी के रूप में।शर्मा ने कहा, ह्लअपने कर्ज व्यवसाय को बढ़ाने के लिए असल में हमें अपने मंच पर उपभेक्ताओं को बढ़ाने की जरूरत नहीं है। हमारे लिए नए उपभेक्ता जोड़ने के बजाय मौजूदा ग्राहकों तक पहुंच बनाना बेहतर है। शर्मा ने कहा कि पेटीएम विभिन्न उपभेक्ता भुगतान उत्पादों के लिए उपभेक्ताओं को जोड़ता है और फिर व्यापारियों को सेवाएं देता है।
पेटीएम का चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में एकीकृत घाटा कम होकर 291.7 करोड़ रुपये रह गया है। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को 571.5 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। सितंबर तिमाही में परिचालन से एकीकृत आय लगभग 32 प्रतिशत बढक़र 2,518.6 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल समान तिमाही में 1,914 करोड़ रुपये थी।
पेटीएम का वित्तीय सेवाओं व अन्य के लिए राजस्व 64 प्रतिशत वृद्धि के साथ सितंबर तिमाही में 571 करोड़ रुपये हो गया। पेटीएम से कर्ज वितरण सालाना आधार पर 44 प्रतिशत वृद्धि के साथ सितंबर तिमाही में 1.32 करोड़ हो गया, जबकि कर्ज में दी गई राशि दोगुने से ज्यादा 16,211 करोड़ रुपये हो गई।