बेंगलुरु: सार्वजनिक डिजिटल अवसंरचना सबसे ज्यादा परिवर्तनशील डिजिटल नवोन्मेष है जो भारत समेत कई देशों में वृद्धि को आगे बढ़ाने वाले कारक के रूप में उभरा है। केंद्र सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह कहा। जी-20 वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की बैठक के दौरान सार्वजनिक डिजिटल अवसंरचना (डीपीआई) पर बृहस्पतिवार को अलग से आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए आर्थिक मामलों के सचिव अजय सेठ ने कहा कि भारत समेत कई देशों के अनुभवों के माध्यम से यह स्पष्ट हो गया है कि डीपीआई सबसे ज्यादा परिवर्तनशील नवाचारों में से एक है। वित्त मंत्रालय के शुक्रवार को जारी बयान के अनुसार, संगोष्ठी के दौरान हुई चर्चा में प्रभावी राजकाज के साथ मजबूत और समावेशी वृद्धि की राह में डीपीआई की क्षमता का जिक्र किया गया।
डीपीआई पर भारत के जी-20 कार्यबल के सह-अध्यक्ष नंदन नीलेकणि ने कहा कि डिजिटल नवोन्मेष से सरकार की आर्थिक बचत होने के साथ-साथ पारर्दिशता और जवाबदेही बढ़ी है। समावेशी वृद्धि और विकास के लिए डीपीआई का लाभ उठाने की बात को भारत की अध्यक्षता में जी-20 द्वारा एक प्रमुख प्राथमिकता के रूप में आगे बढ़ाया जा रहा है। गोष्ठी में अ•िानव, मजबूत और समावेशी वृद्धि और प्रभावी राजकाज के लिए डीपीआई पर चर्चा हुई। इसमें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, इंडोनेशिया की वित्त मंत्री मुलानी इंद्रावती, ब्राजील केंद्रीय बैंक के गवर्नर रॉबर्टो डी ओलिविएरा कैम्पोस नेटो, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा और बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट्स के महाप्रबंधक आगस्टिन कार्सटेन्स ने भाग लिया।