फ्रांसिस्को। विमानन क्षेत्र की दिग्गज कंपनी बोइंग अपने कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है। कंपनी अपने वर्कफोर्स के करीब 10 प्रतिशत भाग यानि 17,000 लोगों को इस छंटनी का हिस्सा बनाएगी। इसका मुख्य कारण वित्तीय संकट बताया जा रहा है। बोइंग के अध्यक्ष और सीईओ केली ऑर्टबर्ग ने कर्मचारियों को ईमेल भेजकर इस फैसले की घोषणा की। यह छंटनी आने वाले महीनों में होगी और इसमें ‘अधिकारी, प्रबंधक और कर्मचारी‘ शामिल होंगे।
कंपनी ने कहा, ‘हमारा व्यवसाय मुश्किल स्थिति में है और हम सभी के सामने आने वाली चुनौतियों को बढ़ा-चढ़ा कर बताना मुश्किल है। मौजूदा माहौल से निपटने के अलावा, हमें अपनी कंपनी को फिर से खड़ा करने के लिए कड़े फैसले लेने होंगे । इसके लिए कंपनी को संरचनात्मक बदलाव करने होंगे ताकि हम प्रतिस्पर्धी बने रह सकें और लंबे समय तक अपने ग्राहकों को सेवाएं दे सकें।‘
यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब कंपनी एक मुश्किल वर्ष का सामना कर रही है। सितंबर के मध्य से बोइंग फैक्ट्री के 30,000 से अधिक कर्मचारी हड़ताल पर हैं। कंपनी के सीईओ ने कहा कि उन्हें ‘ हमें अपनी वित्तीय स्थिति का वर्कफोर्स से तालमेल बिठाने के लिए ऐसा करना पड़ेगा ताकि हम अपनी अन्य प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित कर सकें।
सीईओ ने कहा, ‘आने वाले महीनों में, हम अपने वर्कफोर्स को लगभग 10 प्रतिशत तक कम करने की योजना बना रहे हैं। इस छंटनी में अधिकारी, प्रबंधक और कर्मचारी शामिल होंगे। अगले सप्ताह, आपकी नेतृत्व टीम इस बारे में अधिक जानकारी साझा करेगी। इस फैसले के आधार पर हम आने वाली छुट्टियां भी आगे प्रॉसेस नहीं करेंगे। ‘उन्होंने कहा कि मौजूदा ऑर्डर पूरा करने के बाद, बोइंग वाणिज्यिक 767 मालवाहक विमानों का प्रोडक्शन भी 2027 तक बंद कर देगी।